समरनीति न्यूज, कानपुर : कानपुर देहात की मैथा तहसील क्षेत्र के मड़ौली पंचायत के चालहा गांव में मां-बेटी के जिंदा जलने के मामले में शासन ने एसडीएम और लेखपाल को निलंबित कर दिया है। साथ ही जेसीबी ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। बताते चलें कि चालहा गांव में सोमवार को ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम पहुंची थी। इसी दौरान झोपड़ी में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई थी। इसमें मां-बेटी व बकरियों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से की बात
कानपुर देहात की इस घटना ने सभी को झकझोरकर रख दिया है। मंगलवार को उच्चाधिकारियों लगातार परिजनों को समझाने में लगे रहे। परिजन 5 करोड़ रुपए, सरकारी नौकरी व दोनों बेटों के लिए आवास की मांग पर अड़े रहे।
ये भी पढ़ें : UP : आजम के बाद बेटे अब्दुल्ला की भी गई विधायकी, कोर्ट ने सुनाई दो साल की सजा
बाद में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बातचीत के बाद परिवार के लोग राजी हो गए। शवों को उठा लिया गया है। घटना में एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद और लेखपाल अशोक सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। मंडलायुक्त ने लेखपाल की गिरफ्तारी की भी पुष्टि की है। बताते चलें कि इससे पहले विपक्ष ने सरकार को मामले में घेरने का प्रयास किया था। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला था। वहीं कांग्रेस पार्टी भी मामले में सरकार को घेर रही है।
कानपुर देहात : अधिकारियों के सामने जिंदा जलीं मां-बेटी, डीएम की यह सफाई..
ये भी पढ़ें : कानपुर देहात : अधिकारियों के सामने जिंदा जलीं मां-बेटी, डीएम की यह सफाई..