मनोज सिंह शुमाली, बांदा : बुंदेलखंड में निकाय चुनावों को लेकर सबसे ज्यादा बांदा नगर पालिका चर्चा में है। इसकी वजह बीजेपी से दावेदारों की लिस्ट है। इस लिस्ट में ठेकेदारों और धनाड्यों के नाम सबसे आगे चल रहे हैं। ये ऐसे नाम हैं जो कुछ महीने पहले ही पार्टी में शामिल हुए और असल कार्यकर्ताओं से आगे आ खड़े हुए। कुछ ऐसे नाम है जो पूर्व में पार्टी से घात कर चुके हैं। पार्टी हित से इनका कोई खास सरोकार नहीं है। ऐसे में संगठन के जिम्मेदार लोगों की साख भी दांव पर लगी है। सभी की इस बात पर नजर है कि संगठन किन नामों का चयन करके ऊपर भेजेगा।
आज स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में फाइनल होंगे नाम
दरअसल, शुरुआती दौर में बांदा नगर पालिका से बीजेपी से लगभग 70 आवेदन आए। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसके बाद छंटकर 15 हो गए थे। आज स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग होने जा रही है। इसी मीटिंग में 5 से 7 फाइनल नामों पर मुहर लगेगी। संगठन के पदाधिकारियों के अलावा इस मीटिंग में जिले के सभी विधायक और सांसद भी मौजूद रहेंगे। बताते चलें कि बांदा नगर पालिका को लेकर काफी चर्चा है।
संगठन की साख भी दांव पर, नामों पर सबकी नजर
पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्सुकता के साथ-साथ निराशा भी है। इसकी वजह है कि बांदा नगर पालिका से ऐसे नाम चर्चा में हैं जो दूसरे दलों से कुछ महीने पहले व्यक्तिगत फायदे के लिए पार्टी में शामिल हुए हैं। अब धन-बल के दम पर पार्टी कार्यकर्ताओं पर काफी भारी पड़ रहे हैं। कार्यकर्ताओं में रोष है। ऐसे में उच्चस्तर पर संगठन पदाधिकारियों की 2024 लोकसभा को ध्यान में रखते हुए फैसले की जिम्मेदारी और बढ़ गई है। क्यों कि बांदा नगर पालिका का चुनाव जिले की लोकसभा सीट पर सीधा असर डालेगा। बताते चलें कि बीते चुनाव में बीजेपी के वैश्य प्रत्याशी को सपा प्रत्याशी ने हरा दिया था। इससे पहले 2013 में बीजेपी की विनोद जैन विजयी हुई थीं।
ये भी पढ़ें : ताजे-ताजे भाजपाई बने कथित नेताजी पालिका की कतार में, होर्डिंग्स पर चुटकी ले रहे लोग
ताजे-ताजे भाजपाई बने कथित नेताजी पालिका की कतार में, होर्डिंग्स पर चुटकी ले रहे लोग