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बांदा के बबेरू में पुलिस के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा, भीड़ का सड़क जाम-नारेबाजी

Angery mob erupted against police in Banderu of Banda and did blocked road and raised slogans

समरनीति न्यूज, बांदा : जिले के बबेरू में आज पुलिस के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। सैंकड़ों लोगों ने जाम लगाते हुए पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दरअसल, लोगों का गुस्सा एक 13 साल के बच्चे के लापता होने के बाद चित्रकूट में उसका शव मिलने के मामले में पुलिस की लापरवाही को लेकर था। बताते हैं कि 4 दिन तक लापता 13 साल के बालक का शव पड़ोसी जिले चित्रकूट में लटकता मिला। पुलिस पांच दिन तक परिवार को दिलासा देती रही। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने गुमशुदगी तक लिखने में देरी की। पांच दिन बाद बालक का शव चित्रकूट में परिक्रमा मार्ग पर लटकता मिला।

बबेरू पुलिस पर देर से सक्रिय होने का आरोप

अगले उसकी शिनाख्त हुई। हालांकि, बालक घर से खुद रात में ढाई बजे करीब निकला था। इसके बाद वापस नहीं लौटा, लेकिन चित्रकूट कैसे पहुंचा। उसने खुद फांसी लगाई या उसे मारकर लटका दिया गया। उसका अपहरण हुआ या खुद गया। ऐसे कई सवाल अभी रहस्य की चादर में ढके हैं। बालक के परिजनों और क्षेत्रीय लोगों में बबेरू पुलिस द्वारा मामले को हल्के में लेने को लेकर आक्रोश भरा है। इसी के चलते परिजनों के साथ सैंकड़ों ग्रामीण सड़कों पर उतर आए और जाम लगा दिया।

एक दिन बाद हुई थी बालक की शिनाख्त

बताया जाता है कि बबेरू कोतवाली क्षेत्र के देवरथा गांव निवासी संदीप पाल (14) पुत्र रामनारायण पाल 29 अक्टूबर की रात अचानक लापता हो गया था। सोमवार यानि 2 नवंबर को उसका शव चित्रकूट के सीतापुर में परिक्रमा मार्ग पर पेड़ से लटकता मिला। 3 नवंबर को शव की पहचान हो सकी। आज थाना पुलिस पर लापरवाही और रिपोर्ट लिखने में देरी का आरोप लगाकर परिवार के लोग ग्रामीणों के साथ ओरहा गांव के पास बांदा-बबेरू मार्ग पर किशोर का शव सड़क पर रखकर बैठ गए। वहां जाम लग गया।

अफसरों के लिखित आश्वासन पर माने लोग

परिजनों का कहना था कि पुलिस समय से सक्रिय हो जाती तो ऐसा न होता। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी हुई। उधर, क्षेत्रीय विधायक चंद्रपाल कुशवाहा और पूर्व विधायक विशंभर सिंह यादव मौके पर पहुंचे। परिजनों से बात की, उचित कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया। सूचना मिलने पर अपर एसपी महेंद्र सिंह चैहान, एसडीएम महेंद्र कुमार और पुलिस क्षेत्राधिकारी मौके पर पहुंचे। सीओ और एसडीएम ने लिखित आश्वासन देकर जाम खुलवाया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के भीतर घटना का खुलासा किया जाएगा।

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