
बांदा विकास प्राधिकरण के सामने इस प्रायोजित अतिक्रमण का जिम्मेदार कौन..? बाजार में भी हालात बदतर
समरनीति न्यूज, बांदा : बांदा में सिर्फ विकास प्राधिकरण के सामने ही बिना नक्शा बनीं दुकानों के लिए सड़क से लोहे की सीढ़ियां नहीं लगाई गई हैं, बल्कि बाजार में भी कई जगहों पर ऐसा है। इससे साफ है कि यह एक प्रायोजित अतिक्रमण है, जो बिना बीडीए की सहमति के नहीं हो सकता। ऐसे में एक तरफ शहर के सौंद्रीयकरण की बात चल रही है। वहीं दूसरी ओर बीडीए की रजामंदी से फैला अतिक्रमण इस पहल को ग्रहण लगा रहा है। विभाग की कारगुजारी इस समय सिर चढ़कर बोल रही हैं। बिना नक्शा पास कराए कई ऊंची बिल्डिंग खड़ी हैं। कई सील होने के बाद गुपचुप ढंग से खुल गई हैं।
सील होने के बाद गुपचुप ढंग से खुल रहीं दुकानें और भवन
कई ऐसी दुकानें हैं जिनको सील किया गया और फिर बिना कार्रवाई के खोल दिया गया। कुछ दुकानें बांदा विकास प्राधिकरण के ठीक सामने भी स्थित हैं, जो विभागीय हीलाहवाली का एक बड़ा जीता-जागता उदाहरण हैं।
इन दुकान...