समरनीति न्यूज, लखनऊः बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती मुलायम सिंह यादव के खिलाफ दर्ज गेस्ट हाउस कांड का मुकदमा वापस लेंगी। अब मीडिया रिपोर्ट्स में इसकी पुष्टि बसपा के उच्च पदस्थ सूत्रों द्वारी की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि सपा-बसपा गठबंधन के बाद लोकसभा चुनाव की साझा चुनावी रैलियों के बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मायावती से यह मुकदमा वापस लेने का अनुरोध किया था। हालांकि, स्पष्ट नहीं है कि इस कांड में सिर्फ मुलायम सिंह से मुकदमा वापस होगा या सभी आरोपियों से।
नए कदम से सियासत में खलबली
वहीं दूसरी ओर इस तरह की खबर सामने आने के बाद अचानक मुकदमा वापसी की चर्चा ने सियासी हल्के में खलबली मचा दी है। राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। राजनीति के पंडित इसके अलग-अलग मायने तलाश रहे हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव में गठबंधन टूटने के बाद दोनों पार्टियों ने विधानसभा उप चुनाव अलग-अलग लड़ा।
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इतना ही नहीं दोनों पार्टियों ने हार की ठीकरा भी एक-दूसरे के सिर पर फोड़ा था। बाद में दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ जमकर बयानबाजी भी की। उप चुनाव में सपा ने सीटे जीती, लेकिन बसपा अपना खाता तक नहीं खोल सकी थी। इस सबके बाद बसपा का मुलायम सिंह से मुकदमा वापसी का कदम सबको हैरान कर रहा है।
क्या है गेस्ट हाउस कांड
बताते चलें कि 2 जून 1995 का दिन स्टेट गेस्ट हाउस कांड के रूप में जाना जाता है। इस दिन बसपा सुप्रीमो मायावती पर जानलेवा हमला हुआ था। इसके बाद मुलायम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव, धनीराम वर्मा, आजम खां तथा बेनी प्रसाद वर्मा समेत कई नेताओं के विरुद्ध राजधानी के हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था।
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