समरनीति न्यूज, बांदा : बीते दो-तीन दिनों से बांदा की केन नदी, यमुना और बागेन के अलावा चंद्रावल नदियों का जलस्तर बढ़ा है। इसे लेकर कई तरह की खबरें आ रही हैं। सही और ताजा स्थिति की आधिकारिक
जानकारी हम आपको बताते हैं। बांदा में फिलहाल बाढ़ का खतरा टल चुका है। केन और यमुना दोनों नदियों का जलस्तर फिलहाल खतरे के निशान से नीचे खिसक गया है।
डीएम के निर्देशों पर सिंचाई विभाग के अधिकारी कर रहे निरीक्षण
जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल के निर्देशों पर केन नहर प्रखंड के अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। साथ ही निचले स्तर पर बसे लोगों को सावधान भी कर रहे हैं। केन नहर प्रखंड के अधिशासी अभियंता अजय कौशिक की ओर से यह जानकारी दी गई है।
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बताते चलें कि बांदा जिले से निकलने वाली केन और यमुना के जलस्तर बढ़ने पर बांदा, पैलानी और बबेरू के अलावा नरैनी क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका होती है। ताजे हालात पर नजर डालें तो 5 अगस्त को शाम 6 बजे केन नदी का जलस्तर 104.85 मीटर हो गया था। यह खतरे के लाल निशान 104 मीटर से ऊपर था।
आज दोपहर 12 बजे खतरे के निशान से नीचे केन और यमुना दोनों
सिंचाई विभाग के केन नहर प्रखंड के अधिशासी अभियंता श्री कौशिक की ओर से जानकारी दी गई है कि जिलाधिकारी के निर्देशानुसार उन्होंने भूरागढ़ स्थित गेज व केन नदी का निरीक्षण किया। वर्तमान में अब इन नदियों में बाढ़ की स्थिति नहीं है। वर्तमान में केन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया है। आज 6 अगस्त को दोपहर 12 बजे केन नदी का जलस्तर 103.75 और यमुना का जलस्तर 94.28 मीटर पर है। दोनों ही खतरे के निशान से नीचे हैं। फिर भी प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। स्थिति पर नजर बनाए हुए है। किसी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
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