समरनीति न्यूज, बांदाः जिले में खनिज विभाग की मिलीभगत से चल रहे ओवरलोड बालू लदे ट्रकों को खुद जिले के डीएम और एसपी ने छापेमारी करके पकड़ा। इस दौरान करीब 100 ट्रकों को पकड़कर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। यह धर-पकड़ इसलिए भी संभव हो सकी क्योंकि इसकी खबर खनिज विभाग को नहीं थी। खनिज विभाग को नहीं पता था कि जिलाधिकारी हीरा लाल और पुलिस अधीक्षक गणेश साहा, अचानक छापेमारी कर सकते हैं।
गुरुवार रात हुई इस छापेमारी में दोनों आला अधिकारियों ने पुलिस बल के साथ सौ ओवरलोड ट्रकों से पेनाल्टी वसूल कराई। यह छापेमारी बांदा शहर में अतर्रा चुंगी के साथ-साथ गिरवां, खप्टिहाकलां और नरैनी इलाकों में की गई।
आला अधिकारियों की कार्रवाई से खनिज विभाग के होश उड़े
इस दौरान बड़ी तादाद में ट्रक ओवरलोड मिले। इस दौरान डीएम के तेवर देखकर जिले के खनिज विभाग के अधिकारी शैलेंद्र सिंह हक्के-बक्के रह गए। अधिकारियों ने कई ओवरलोड ट्रकों से बालू नीचे गिरवाकर उनको खाली कराया। साथ ही डीएम ने खनिज अधिकारी को निर्देश दिया कि ओवरलोडिंग वाली खदानों को चिह्नित करें। साथ ही उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें। खनिज अधिकारी से हफ्ते में दो दिन औचक निरीक्षण के भी निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने खनिज अधिकारी को चेतावनी दी कि ओवरलोडिंग मिली तो माफ नहीं किया जाएगा।
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बताया जा रहा है कि अवैध खनन पर निगरानी रखने के लिए 5 टीमें बनाई गई हैं जो औचक निरीक्षण करके रिपोर्ट देंगी। बताते चलें कि विवादों से घिरे रहने वाले जिले के खनिज अधिकारी शैलेंद्र सिंह के खिलाफ कुछ दिन पहले ही मारपीट, गाली-गलौज और एससी-एसटी एक्ट ते तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। सूत्र बताते हैं कि राजनीतिक पहुंच का हवाला देकर खनिज अधिकारी किसी की नहीं सुनते हैं लेकिन एक दिन पहले डीएम की कार्रवाई से खनिज अधिकारी सकते में हैं।
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