समरनीति न्यूज, बांदा : बीती 11 अगस्त को बांदा में पूर्व ब्लाक प्रमुख को गोली मारने की घटना में नया मोड़ आ गया है। मामले में दूसरे पक्ष का कहना है कि रुपए के लेन-देन में हेरफेर के बाद साजिशन उनको गोली कांड दिखाकर फंसाने की कोशिश की जा रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि जिन लोगों पर आरोप लगे हैं, वह घटना वाले दिन बाहर थे। एक बांदा के होटल में खाना खा रहा था। वहीं दूसरा व्यक्ति गोआ में मौजूद था। दोनों का कहनाहै कि उनके पास सीसीटीवी फुटैज भी मौजूद हैं।
जिन पर आरोप-उनमें एक गोआ में दूसरा..
दूसरे पक्ष ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर मामले की निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है। दरअसल, गोली मारे जाने की घटना संदिग्ध बन गई है। जानकारी के अनुसार पैलानी के बड़ागांव मजरा पिपरवा डेरा के रहने वाले पूर्व ब्लाक प्रमुख मिश्रीलाल कश्यप को संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगी थी।
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उनका आरोप था कि उनकी कार को रोककर दो बाइक सवारों ने गोली मारी है। गांव के दो लोगों पर आरोप लगाया गया था। वहीं अब दूसरे पक्ष के आशीष निषाद का कहना है कि इस झूठी घटना के जरिए उन्हें व उनके पिता मूलचंद्र और बड़े भाई अजय को फंसाने के लिए षड़यंत्र रचा गया है।
दोनों पक्षों में रुपए लेन-देन को लेकर विवाद
बताया कि 11 अगस्त को 9:30 बजे वह बांदा एक होटल में खाना खा रहे थे। सीसीटीवी फुटैज सबूत हैं। उनके भाई अजय वर्तमान में गोवा में रहकर व्यवसाय कर रहे हैं। उनके पास भी सीसीटीवी फुटैज सबूत हैं। कहा कि आरोप लगाने वाला मिश्रीलाल उनके पिता के 9 लाख रुपए लेकर भागे थे। उनके द्वारा नोटिस भिजवाकर मांग की गई है। इसके बदले साजिशन उनको फंसाने की कोशिश की जा रही है। एसपी को प्रार्थनापत्र देकर जांच की मांग की गई है।
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