समरनीति न्यूज, कानपुरः आईआईटी की मदद से परिवर्तन संस्था ने एक उपयोगी एवं बेहद कारगर पहल की है। सबकुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में घरों का गीला कूड़ा जैविक खाद बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा। कानपुर के बरसाना अपार्टमेंट से इस दिशा में बड़ी पहल शुरू कर दी गई है। खुद कानपुर के आयुक्त संतोष शर्मा ने इस पहल का फीता काटते हुए उद्घाटन किया और दूसरों से भी इससे प्रेरणा लेने की अपील की।
आयुक्त बोले, लोग लें प्रेरणा
बताते हैं कि स्वरूप नगर में आज बरसाना अपार्टमेंट में गीले कूड़े से उच्च गुणवत्ता वाली जैविक खाद बनाने की प्रक्रिया का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर नगर आयुक्त श्री शर्मा ने कहा कि बरसाना अपार्टमेंट की यह पहल बेहद जरूरी होने के साथ ही उपयोगी भी है।
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कहा कि दूसरे अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों को भी इससे प्रेरणा लेते हुए नई शुरूआत करनी चाहिए। इस दौरान नगर आयुक्त ने कानपुर नगर निगम की ओर से इस पहल को सफल बनाने में पूरा सहयोग देने की अपील की है।
निकलता है 700 टन गीला कूड़ा
बताया जाता है कि अकेले कानपुर शहर से 1400 टन कूड़ा निकल रहा है। इसमें से 700 मीट्रिक टन गीला कूड़ा है। ऐसे में अगर सभी गीले कूड़े से खाद बनाना की प्रक्रिया अपनाने लगे तो कानपुर शहर में साफ-सफाई तो होगी ही साथ ही हरा-भरा भी हो जाएगा।
ये लोग रहे मौजूद
बताया गया कि इस प्रक्रिया को शुरू कराने में आईआईटी कानपुर के साथ ही परिवर्तन संस्था का भी खास सहयोग रहा है। इस मौके पर आईआईटी कानपुर के हरी शंकर, पर्यावरणविद वैशाली बियानी, परिवर्तन संस्था के कैप्टन त्रिपाठी, वरिष्ठ अधिवक्ता अनूप द्विवेदी, संजीव मल्होत्रा तथा बरसाना अपार्टमेंट के संजीव दीक्षित, रमेश तलरेजा, डा. राजेश मेहरा तथा अन्य लोग मौजूद रहे।
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