समरनीति न्यूज, बांदा/फतेहपुरः जिले के मलवां थाना क्षेत्र के चितौरा गांव में आग लगने से दो मासूम बच्चियों की जिंदा जलकर मौत हो गई। दोनों रिश्ते में बुआ-भतीजी लगती थीं। साथ में घर की पूरी गृहस्थी और मवेशी भी जलकर राख हो गए। दमकल की गाड़ियों जबतक मौके पर पहुंची, तबाही हो चुकी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा है। घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
छप्पर के नीचे खेल रही थीं बच्चियां
बताया जाता है कि चितौरा गांव निवासी ननका अपनी पत्नी फूल दुलारी और परिवार के बाकी लोगों के साथ खेत में धान काटने गए थे। घर पर 8 साली की उनकी बेटी गौरी और 6 साल की बेटी श्वेता रुक गईं। बताते हैं कि गौरी घर के बाहर खेलने चली गईं। इसी दौरान श्वेता ने पड़ोस में ही रहने वाले चाचा विजय की चार साल की बेटी रजनी को खेलने को बुलाया। रिश्ते में बुआ-भतीजी दोनों बच्चियां मकान की पक्की कोठरी पर छप्पर के नीचे खेलने लगीं। दिन में करीब 12 बजे अचानक छप्पर में आग लगी। दोनों बच्चियों को संभलने का मौका नहीं मिला।
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वे समझ ही नहीं पाईं कि करना क्या है। दोनों आग में फंस गईं। आग की लपटे उठती देख ग्रामीण मौके पर पहुंचे और आग बुझाने लगे। जबतक ग्रामीणों ने आग बुझाई, दोनों बच्चियों की मौत हो चुकी थी। चार बकरियां और गृहस्थी भी जलकर राख हो चुकी थी। सूचना पर एसपी प्रशांत वर्मा तथा एसडीम आशीष सिंह और सीओ कपिल देव मिश्रा मौके पर पहुंचे।
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