समरनीति न्यूज, बांदा/महोबाः यूपी के बुंदेलखंड में महोबा जिले में चौथे चरण के चुनाव के दौरान गायब हुई ईवीएम के मामले में चुनाव आयोग ने सख्त कदम उठाया है। इस मामले में इलाके के चौकीदार समेत 9 पुलिस व मतदान कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। यह जानकारी जिले के अपर पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह ने दी है। उन्होंने बताया है कि चरखारी क्षेत्र के एआरओ अरविंद कुमार की शिकायत पर महोबा सदर कोतवाली में फदना गांव के मतदान केंद्र संख्या-92 की बूथ संख्या 127 में ड्यूटी पर तैनात मतदान कर्मियों व सुरक्षाकर्मियों व चौकीदार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
चौथे चरण के मतदान के बाद गायब हुआ था ईवीएम कंट्रोलर
बताया जाता है कि जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है उनमें मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी कमलेश कुमार, मतदान अधिकारी (प्रथम) शरद कुमार, रजिया बेगम, अमरेंद्र कुमार और सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात सिपाही श्याम सुंदर व रिंकू तथा होमगार्ड चरण सिंह व मेघ सिंह तथा चौकीदार आजाद खान निवासी पनवाड़ी, शामिल हैं। इन लोगों के खिलाफ देर रात लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धाराओं 134ए, 136च, आईपीसी की धारा 409 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
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बताते चलें कि बीते सोमवार को हुए लोकसभा-2019 के चौथे चरण के मतदान के बाद पोलिंग पार्टियों द्वारा ईवीएम जमा करते समय एक ईवीएम की कंट्रोल यूनिट गायब मिली थी। ईवीएम गायब होने की सूचना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। अधिकारियों में हड़कंप मच गया था। पूरी रात अधिकारी और सुरक्षाकर्मी ईवीएम तलाशते रहे थे। छानबीन की दौरान लगभग 15 घंटे बाद ईवीएम कंट्रोलर महोबा के यात्री प्रतिक्षालय के पास लावारिस हालत में पड़ा मिला था। हांलाकि, प्राथमिक जांच में अधिकारियों ने मशीन से किसी तरह की छेड़छाड़ से इंकार किया था लेकिन जिला निर्वाचन अधिकारी सहदेव ने लापरवाही बरतने वाले मतदान कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। सूत्रों का कहना है कि अब 6 मई को दोबारा पांचवे चरण में मतदान होंगे।
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