समरनीति न्यूज, बांदा : उत्पीड़न का आरोप लगाकर राज्यपाल से इच्छा मृत्यु मांगने वाली महिला प्रधान के मामले में जांच शुरू हो गई है। पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में सीओ सिटी गवेंद्र पाल गौतम के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की है। इस प्रकरण में एक और बड़ी बात सामने आई है। सीओ सिटी गवेंद्र पाल का कहना है कि आरोप लगाने वाली महिला से मिलकर उनको व उनके परिवार को समझाया गया है।
पुलिस बोली, हर बिंदु पर हो रही जांच
साथ ही उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया गया है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात भी सामने आई है कि उक्त महिला प्रधान के पति फीमा उर्फ फहीम के खिलाफ 1992 से अबतक करीब 26 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इतना ही नहीं महिला प्रधान के भाई सुहेल के खिलाफ हमीरपुर और जालौन में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
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ऐसे में अब पुलिस हर बिंदु को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। बताते चलें कि महिला प्रधान ने आरोप लगाया था कि गांव का अकीद नाम का व्यक्ति चुनाव में हार गया था। इसलिए खुन्नस खाकर उनके परिवार के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराकर प्रताड़ित कर रहा है।
महिला प्रधान ने दरोगा पर भी लगाया आरोप
उधर, महिला प्रधान ने मटौंध थाने के दरोगा आशीष यादव पर भी विपक्षी से साठगांठ का आरोप लगाया था। महिला प्रधान ने राज्यपाल को 22 जनवरी को परिवार समेत इच्छा मृत्यु के लिए पत्र भेजकर हड़कंप मचा दिया था। मामला संज्ञान में आने के बाद बांदा पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के होश उड़ गए थे। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
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