समरनीति न्यूज, बांदाः दो दिन पहले शहर से सटे नवाब टैंक के पास स्थित राजकीय नलकूप विभाग के केंद्रीय भंडार एवं वर्कशाप में बदमाशों द्वारा की गई लूट की घटना पर सवाल उठने लगे हैं। बताया जाता है कि बदमाशों ने दो चौकीदारों को बंधक बनाकर लाखों के सरकारी उपकरण और सामग्री लूट ली। विभाग के दो अवर अभियंताओं ने सामूहिक हस्ताक्षरों से पुलिस को तहरीर दी है। हालांकि दूसरे दिन भी विभाग के अधिकारी पुलिस को लूटे गए सामान की पूरी सूची नहीं दे पाए हैं।
दूसरे दिन भी नहीं बता पाए क्या-क्या ले गए बदमाश
दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि स्टोर पर मौजूद चौकीदारों और बयान घटना को लेकर विरोधाभासी हैं। वहीं अधिकारी भी अलग-अलग बातें कर रहे हैं। इसलिए घटना संदिग्ध लग रही है। फिर भी पुलिस हर बिंदू की गहराई से जांच कर रही है।
पहले कहा 15 से 20 लाख, फिर 40 लाख का माल गायब बताया
बताया जाता है कि नवाबटैंक के पास नलकूप विभाग का केंद्रीय भंडार व वर्कशाप है जो चारों ओर से बाउंड्री से घिरा और टीनों से कवर्ड है। अवर अभियंता मूलचंद्र यादव व बीएन तिवारी ने पुलिस को तहरीर देते हुए बताया है कि 18 जनवरी की रात बदमाश बाउंड्री फांदकर अंदर घुस गए।
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चौकीदार दीपक निवासी तिंदवारी व श्रीपाल निवासी सुल्तानपुर के हाथ-पैर बांधकर और आंखों पर पट्टी बांध दी। इसके बाद उनको कमरे में बंद करके स्टोर्स से सामान उठा ले गए।
चौकीदारों ने इसकी सूचना विभागीय अधिकारियों को दी। हांलाकि पुलिस का कहना है कि सभी के बयान विरोधाभाषी है। विभाग के लोगों ने पहले दिन 15 से 20 लाख के माल की चोरी बताया। दूसरे दिन अवर अभियंताओं ने लगभग 40 लाख के सामान जाने की बात कही। यह भी कहा कि बदमाश चौकीदार की साइकिल और दो हजार नगद भी ले गए हैं।
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हालांकि तहरीर में यह बात दर्ज नहीं थी। इतना ही नहीं चौकीदार चोरों की संख्या भी नहीं स्पष्ट कर पाए। चौकीदारों और अधिकारियों द्वारा गायब हुए सामान और घटनाक्रम के दूसरे बिंदुओं पर अलग-अलग बयान मामले को संदिग्ध बना रहे हैं। पुलिस ने अवर अभियंताओं की तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध धारा 380, 457, 342 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है।