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कानपुर में पत्रकार की हत्या, सगे भाइयों ने प्रापर्टी के लिए कत्ल कर उन्नाव में फेंकी लाश

In Kanpur, brothers murdered journalist and threw dead body in Unnaoसमरनीति न्यूज, कानपुरः शहर से एक बेहद चौंकाने वाली वारदात सामने आई है जिसमें दो सगे भाइयों ने अपने तीसरे भाई पत्रकार विजय गुप्ता की प्रापर्टी के लालच में गोली मारकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं ये दोनों भाई इस कदर प्रापर्टी के लालच अंधे हो गए कि हत्या के बाद शव को तेजाब डालकर जला डाला। शातिराना अंदाज में शव को उन्नाव जिले के अचलगंज थाना क्षेत्र में ले जाकर फेंक दिया। हत्याकांड में दोनों भाइयों के साथ एक तीसरा साथी भी था। पुलिस का कहना है कि सगे भाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं फरार आरोपी की तलाश में दबिशें दी जा रही हैं।

प्रापर्टी को लेकर था भाइयों में विवाद

खास बात यह है कि ठीक दिवाली के दिन तीनों भाइयों में विवाद हुआ था। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत करा दिया था। तब विजय ने बाद में थाना रायपुरवा पहुंचकर बड़े भाइयों से हत्या का खतरा जताते हुए मदद मांगी थी, लेकिन थाना पुलिस ने हल्के में लेते हुए जांच की बात कहकर उन्हें लौटा दिया था। इसके बाद जब विजय घर लौटा तो दोनों भाइयों ने अपने साथी के साथ मिलकर कुछ देर बाद उनकी हत्या कर दी। यह वारदात कानपुर के रायपुरवा के डिप्टी पड़ाव इलाके की है। बताते हैं कि पत्रकार विजय का अपने बड़े भाइयों रतन गुप्ता और मनोज गुप्ता से प्रापर्टी को लेकर विवाद था।

पत्नी की शिकायत पर हुआ खुलासा

विजय पत्रकार होने के साथ-साथ इलेक्ट्रानिक कारोबारी भी थे। प्रापर्टी को लेकर अक्सर भाइयों में विवाद होता रहता था, लेकिन हाल के दिनों में यह तकरार ज्यादा बढ़ गई थी। दीवाली दिन भी यही हुआ और बात हत्या तक जा पहुंची। हत्या के बाद दोनों भाई घर में ही मौजूद रहे। दूसरी ओर मृतक की पत्नी ने पति के न लौटने पर पुलिस से जाकर शिकायत की। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने दोनों भाइयों को हिरासत में लेकर पूछताछ की।

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दोनों ने जानकारी से इंकार करते हुए पुलिस को गुमराह किया। बाद में पुलिस को जानकारी हुई कि दीवाली की रात मनोज कार से उन्नाव गया था। इसके बाद पुलिस ने दोबारा दोनों से पूछताछ शुरू की। इसके बाद दोनों ने अपना जुर्म कबूल लिया। साथ ही हत्याकांड में शामिल अपने साथी का भी नाम बताया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त लाइसेंस बंदूक और कार भी बरामद कर ली है। हत्याकांड में शामिल तीसरा आरोपी मोइनुद्दीन अभी फरार है। पुलिस का कहना है कि उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है।

पुलिस लापरवाही बनी हत्या की वजह

मृतक की पत्नी रोली समेत सभी लोगों को मानना है कि अगर दिवाली की रात विवाद के बाद पुलिस विजय द्वारा खुद की हत्या जताने की बात को गंभीरता से लेती, तो यह हत्या टाली जा सकती थी। विजय अपने भाइयों रतन और मनोज से जान को खतरा बताया था, इसके बावजूद रायपुरवा थाना पुलिस ने मामले को हल्के में लिया। मृतक की पत्नी का आरोप है कि हत्यारोपी मनोज पुलिस का मुखबिर है और इसीलिए पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई से बचती है।

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