समरनीति न्यूज, बांदा : शहर कोतवाली क्षेत्र में आज एक घटनाक्रम से दो परिवारों में कोहराम मच गया। एक बहू ने फांसी लगाकर जान दे दी। परिवार के लोग इस दर्द से बेहाल थे। इसी बीच मौका पाकर मृतका के ससुर ने भी घर से बाहर जानकर फांसी लगा ली। अच्छी बात यह रही कि समय रहते लोगों ने देख लिया और उनको फांसी के फंदे से उतार लिया। हालांकि, हालात गंभीर होने के कारण बांदा से कानपुर रेफर कर दिया गया है। घटना का कारण भी काफी चौंकाने वाला है। पुलिस का कहना है कि बहू के सुसाइड को लेकर समाज में सिर नीचा होने व पुलिस कार्रवाई की आशंका को लेकर वह काफी आहत और सहमे हुए थे। इस वजह से जान देने की कोशिश की है। हालांकि, लोगों ने उनको फांसी पर लटकते हुए देख लिया। इसके बाद फंदे से समय रहते नीचे उतार लिया। फिर भी हालत गंभीर होने के कारण बांदा जिला अस्पताल से कानपुर रेफर कर दिया गया है।
ससुर गंभीर हालत में कानपुर रेफर
बताया जाता है कि शहर कोतवाली क्षेत्र के जमुनीपुरवा के रहने वाले राघवेंद्र राजपूत की पत्नी रानी (22) ने आज रविवार सुबह अटारी में रस्सी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। परिवार के लोगों को जबतक इसकी जानकारी हुई, तबतक महिला की मौत हो चुकी थी।
इसी बीच शहर से दूध बेचकर लौटे ससुर सुलखान (50) ने जब घर के बाहर लोगों का जमावड़ा और परिजनों को रोते-बिलखता देखा तो काफी दुखी हुए। लोगों का कहना है कि वह काफी देर तक गुमशुम से बैठे रहे। बाद में लोगों से नजर बजाकर निकल गए। गांव से दूर बबूल के पेड़ से रस्सी से लटकर फांसी लगा ली। परिवार के लोग उनको लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। वहां से उनको गंभीर हालत में कानपुर रेफर कर दिया। मृतका के चचिया ससुर मलखान ने बताया कि घरेलू कामकाज को लेकर सास से विवाद के बाद बहू ने फांसी लगा ली थी। बाद में ससुर ने भी पुलिस कार्रवाई और लोकलाज के डर से फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की। उधर, शहर कोतवाली इंस्पेक्टर जयश्याम शुक्ला ने बताया है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस कार्रवाई के डर से ससुर ने जान देने की कोशिश की है। कहा कि उनका कानपुर में इलाज चल रहा है। घटना को लेकर मृतक के मायके और ससुराल दोनों में कोहराम मचा हुआ है।
ये भी पढ़ें : बांदा के दो बेटे PCS में चयनित, परिवार के साथ बुंदेलखंड का मान बढ़ाया