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BJP4UP : सुनील बंसल Come Back, आखिर भाजपा को क्यों आई याद..

suneel bansal bjp meeting in lucknow

मनोज सिंह शुमाली, ब्यूरो : यूपी बीजेपी संगठन को जादूगरी अंदाज में चलाने वाले राष्ट्रीय महामंत्री संगठन सुनील बंसल की एक बार फिर यूपी में एंट्री हुई है। 2014 के लोकसभा चुनाव के समय बीजेपी नेता अमित शाह जब यूपी के प्रभारी बने तभी सुनील बंसल यूपी आए थे। अमित शाह के साथ अपनी सांगठनिक क्षमता को दर्शाते हुए 2014 में बीजेपी को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस तरह उत्तर प्रदेश में भाजपा को दो लोकसभा और दो विधानसभा चुनाव जीता चुके पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल आज फिर लखनऊ में रहे।

लखनऊ BJP कार्यालय में ली बैठक

राजधानी में उन्होंने पार्टी कार्यालय में संगठन पदाधिकारियों की बैठक ली। 2024 के मद्देनजर चर्चा की और जिम्मेदारियां सौंपी। अब सवाल उठता है कि भाजपा को अचानक यूपी में बंसल की क्यों जरूरत पड़ी। हालांकि, कहा यह जा रहा है कि सुनील बंसल को पिछले लोकसभा में भाजपा ने हारी हुई 16 सीटों पर जीत के लिए जिम्मेदारी सौंपी है।

मिशन 2024 को 80 सीटों का लक्ष्य

दरअसल, भाजपा ने मिशन 2024 के तहत यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है। इसलिए पार्टी कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखना चाहती। आज लखनऊ पहुंचे सुनील बंसल ने पार्टी कार्यालय में संगठन पदाधिकारियों के साथ बैठक की। 2014 में भाजपा के सह प्रभारी बनकर यूपी आए सुनील बंसल ने पार्टी को दो विधानसभा और दो लोकसभा चुनावों में जीत दिलाई है।

2019 में 16 सीटें हारी थी भाजपा

बंसल को अमित शाह का करीबी माना जाता है। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में यूपी में भाजपा ने कुल 80 में 64 सीटें जीती थीं। हारी हुई सीटों को ही भाजपा ने राडार पर लिया है। इनपर जीत सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय महामंत्री बंसल को जिम्मेदारी सौंपी गई है। रणनीति के तहत हारी हुई सीटों पर पार्टी के बड़े नेता प्रवास करेंगे। वहां रुककर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाएंगे। ताकि 2024 में सकारात्मक परिणाम मिलें।

हारने वालीं ये 16 लोकसभा सीटें

बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल, रायबरेली, घोसी, लालगंज, जौनपुर, अंबेडकरनगर, गाजीपुर, श्रावस्ती, मैनपुरी, सहारनपुर, आजमगढ़, रामपुर और नगीना। हालांकि, 2022 में हुए उप चुनाव में इनमें से रामपुर और आजमगढ़ सीटों को बीजेपी ने जीत लिया था।

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