आशा सिंह, लखनऊ : बच्चों के मन पर पढ़ाई का और कंधों पर स्कूल संचालकों की कमीशनखोरी वाली ढेरों किताबों से भरे बस्ते का भारी बोझ। यह कड़वी सच्चाई किसी से छिपी नहीं है, लेकिन अब योगी सरकार इस दिशा में बड़ा बदलाव लाने की तैयारी में है। जी हां, जल्द ही यूपी सरकार बच्चों पर पढ़ाई और बस्ते के बोझ को कम करने जा रही है।
योगी सरकार ने दिए नई नियमावली तैयार करने के निर्देश
दरअसल, यूपी सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग को नई नियमावली तैयार करने के निर्देश दे दिए हैं। नई शिक्षा नियमावली के तहत यूपी के प्रदेशभर के स्कूलों में नई समय सीमा तय होगी। साथ ही सप्ताह में केवल 29 घंटे कक्षाएं लगेंगी। इतना ही नहीं, संडे के साथ महीने में दो शनिवार छुट्टियां भी होंगी।
10 दिन बिना बैग स्कूल जाने की होगी छूट, रिक्रिएशन..
बात यहीं खत्म नहीं होगी। नई शिक्षा नीति के तहत साल में अलग-अलग तिथियों में कुल 10 दिन तक छात्रों को बिना बस्ते स्कूल जाने की छूट दी जाएगी। इस नई शिक्षा नियमावली से बच्चों को काफी फायदे होने वाले हैं। उनका बचपन स्कूलों की मनमानी का शिकार नहीं होगा। अच्छी बात यह है कि नई शिक्षा नियमावली छात्रों को ज्यादा समय तक खेलने, रिक्रिएशन करने और अपनी रुचि के काम में शामिल होने का मौका देगी।
ये भी पढ़ें : DPS स्कूल की बस से स्मैक तस्करी, बाप-बेटे कर रहे थे बड़ा खेल, दोनों गिरफ्तार-लपेटे में और भी..
दरअसल, नई शिक्षा नीति में वह सबकुछ है जो बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बेहद जरूरी होता है। हालांकि, वर्तमान में ये बातें दूर की कौढ़ी हैं, क्योंकि प्राइवेट स्कूल हर वो काम करते दिख जाएंगे जो बच्चों से उनका बचपन छीन लेते हैं।
बच्चों के आध्यात्मिक-सामाजिक विकास में होगा बड़ा सुधार
ऐसे में सरकार की नई शिक्षा नीति बच्चों और अभिभावकों के लिए एक नई रोशनी की एक किरण है। माना जा रहा है कि इससे बच्चों के सामाजिक और आध्यामिक विकास में भी सुधार होगा। साथ-साथ स्कूलों में उनकी संख्या बढ़ेगी। क्योंकि बच्चे पढ़ाई को बोझ नहीं समझेंगे। स्कूलों में आने के लिए आतुर रहेंगे।
नई शिक्षा नीति में 29 घंटे कक्षाएं चलाने का है प्रावधान
आपको बताते चलें कि नेशनल एजुकेशन पाॅलिसी में स्कूलों में 29 घंटे कक्षाएं चलाने का प्रावधान है। इस पाॅलिसी को यूपी के साथ-साथ अन्य राज्य भी लागू कर रहे हैं। माना जा रहा है कि नई शिक्षा नीति लागू होने से स्कूलिंग काफी सुधर जाएगी। बताते हैं कि कर्नाटक सरकार ने बच्चों के स्कूल बैग के वजन को घटाने के लिए हाल में आदेश जारी किए हैं। स्कूलों को सप्ताह में एक दिन नो बैग-डे मनाने को कहा गया है। इस दिन बच्चों को व्यवहारिक ज्ञान दिया जाएगा।
ये भी पढ़ें : कानपुर का प्रिंस यूपी बोर्ड हाईस्कूल टाॅपर, मुरादाबाद की संस्कृति दूसरे नंबर पर..
पत्नी से बचने के लिए दफ्तर में सो जाते थे अब्राहम लिंकन, घरेलू कलह से जूझते रहे जिंदगीभर