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मौत के बावजूद नहीं छूटा गरीब महिला से जाति का दंश, बेटे को साइकिल से अकेले ले जाना पड़ा मां का शव

मौत के बावजूद नहीं छूटा गरीब महिला से जाति का दंश, बेटे को साइकिल से अकेले ले जाना पड़ा मां का शव

Breaking News, Feature, Today's Top four News, उत्तर प्रदेश, भारत, लखनऊ
समरनीति न्यूज, डेस्कः देश में जाति के नाम पर भेदभाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। यहां तक कि अगर आप नीची जाति से हैं तो मृत्यु के बाद भी इसका असर दिखाई दे रहा है। यह बात साबित हुई है ओडिशा के एक गांव में हुई घटना के बाद। जहां 17 साल के एक बेटे को अपनी मां का शव साइकिल से अकेले ले जाना पड़ा। इसकी वजह थी कि वह आर्थिक रूप से बेहद कमजोर और छोटी जाति से था और गांव के लोगों ने बहिष्कार का हवाला देकर उसकी मदद से इंकार कर दिया। ओडिशा के कर्पबहल गांव का मामला   दरअसल, अमानवीयता की सारी हदें तोड़ने वाली यह घटना ओडिशा के कर्पबहल गांव की बताई जा रही है। बताते हैं कि गांव की जानकी सिंहानिया (45) पानी भरने के लिए गई थीं। वहां पैर फिसलकर जमीन पर गिरने के कारण उनकी जान चली गई। ये भी पढ़ेंः #ME TOO : एनआरआई शोध छात्रा ने BHU के प्रोफेसर पर लगाया यौन शोषण का आरोप, रिपोर्ट जानकी एक विधवा महिला थीं। वह...
देखते ही देखते शरीर से कम हो रही प्रोटीन, जरा आप भी दें ध्यान

देखते ही देखते शरीर से कम हो रही प्रोटीन, जरा आप भी दें ध्यान

Today's Top four News, सेहत
समरनीति, सेहतः प्रोटीन की कमी इन दिनों एक महामारी की तरह भारतीयों को जकड़ती जा रही है। लोग कैल्‍शियम और आयरन की कमी की तरह बच्‍चों और बड़ों दोनों में प्रोटीन की इस कमी को भी सीरियसली नहीं लेते। ऐसे में इससे बढ़ती समस्‍याएं समय के साथ साथ अपने पांव पसारती जा रही है। इसके बावजूद लोग इसको नजरअंदाज कर रहे हैं। एक्‍सपर्ट्स के मुताबिक इसपर तुरंत ध्‍यान देने की बहुत सख्‍त जरूरत है। ऐसा बताया गया है कारण  वैसे गौर करें तो इसके पीछे कारण बताया गया है कि भारत की शहरी आबादी के 73 प्रतिशत खानपान में प्रोटीन की कमी है। इनमें से 93 प्रतिशत लोग आदर्श प्रोटीन की जरूरतों के प्रति अनजान हैं। करीब एक तिहाई भारतीय ही इस बात को जानते और मानते हैं कि प्रोटीन की कमी से ही वह बड़ी संख्‍या में कमजोरी और थकान के शिकार हो रहे हैं। हाल ही में इसको लेकर छह शहर...
बांदा में फांसी पर झूलती मिली छात्र की लाश, हत्या की आशंका  

बांदा में फांसी पर झूलती मिली छात्र की लाश, हत्या की आशंका  

Breaking News, बांदा, बुंदेलखंड
समरनीति न्यूज, बांदाः जिले के जसपुरा क्षेत्र के ग्राम रामपुर में सुबह आज सुबह एक छात्र की लाश पेड़ के सहारे फांसी पर झूलती हुई मिली। उसकी हत्या की आशंका जताई जा रही है। बताया जाता है कि रामपुर गांव निवासी 15 साल का विकास यादव पुत्र बाबू बीती रात बिना किसी को बताए घर से निकल गया था। इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला। सुबह गांव के लोगों ने उसके शव मिलने की जानकारी परिवार वालों को दी। परिजन घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। उधर, जसपुरा पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम को भेजा जा रहा है। जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। आसपास के लोगों ने बालक की हत्या का अंदेश जाताया है। मरने वाला लड़का गांव के स्कूल में आठवीं में पढ़ता था।...
कानपुर का लेक्चरर की थी बांदा के जंगलों में लटकी मिली लाश

कानपुर का लेक्चरर की थी बांदा के जंगलों में लटकी मिली लाश

Breaking News, Today's Top four News, कानपुर, बांदा, बुंदेलखंड
समरनीति न्यूज, बांदाः  जिले के बदौसा इलाके में जंगल में पेड़ से लटके मिले अज्ञात व्यक्ति के शव की पहचान कर ली गई है। मरने वाला युवक कानपुर का रहने वाला बताया जा रहा है। मरने वाले युवक का नाम मनोज कटियार पुत्र राजाराम कटियार निवासी डी-50 बर्रा, कानपुर बताया जा रहा है। पुलिस ने मृतक के पास से मिले कागजातों के आधार पर उसके परिवार वालों को इसकी सूचना दी। इसके बाद उसकी पत्नी रिचा ने मौके पर पहुंचकर मरने वाली की शिनाख्त अपने पति के रूप में की। मृतक के परिजनों का कहना है कि युवक घर से चित्रकूट जाने की बाद कहकर निकला था और वह कानपुर देहात के डेरापुर थाना क्षेत्र के मुंगेसापुर स्थित गांधी इंटर कालेज में लेक्चरर के पद पर तैनात था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर परीक्षण के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि मृतक के परिजनों से बातचीत और मौके पर मिले सबूते के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। माम...
सलादः शरीर ही नहीं दिल-दिमाग को भी रखता है दुरूस्त

सलादः शरीर ही नहीं दिल-दिमाग को भी रखता है दुरूस्त

Today's Top four News, सेहत
समरनीति सेहतः  हरे सब्जियों और हरे पत्ते जिंदगी को हरा-भरा बना देते हैं। सेहत में चार चांद लगा देते हैं। फिर भी हम अपने खाने में हरियाली के इन नुक्शों को शामिल करने में गुरैज करते हैं। इसका खामियाजा हमारी सेहत को उठाना पड़ता है। आज हम आपको बताते हैं कि खाने के साथ सलाद का क्या महत्व है और यह कितना जरूरी है। हरियाली के इन नुक्शों को दूर करके सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं हम  आमतौर पर सलाद को हम यह मानकर खाते हैं कि इससे खाने का स्वाद बढ़ता है। जी हां, लेकिन सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ता बल्कि इससे स्वास्थ भी संवरता है। सलाद शरीर के साथ आपके शरीर के साथ दिमाग और दिल को भी मजबूत करता है। ये भी पढ़ेंः जुबान को स्वाद ही नहीं तन-मन को रंगत भी देगा शहद सलाद हमारे शरीर में कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखता है। इसे बढ़ने नहीं देता है जिससे दिल की बीमारियां हम पर हमला नहीं कर पाती हैं। योग और आयुर...
बैक पेनः कहीं कम न कर दे आपकी रफ्तार

बैक पेनः कहीं कम न कर दे आपकी रफ्तार

सेहत
अक्सर कहा जाता है कि एक उम्र के बाद कमर का दर्द स्वभाविक हो जाता है लेकिन डाक्टरों की मानें तो ऐसा कतई नहीं है। इस बात का हकीकत से कुछ लेना-देना नहीं है। अगर आप अपना ख्याल रख रहे हैं। समय से सोना और समय से जागने के साथ-साथ एक्सरसाइज और संतुलित आहार ले रहे हैं तो आप कमर दर्द से रहित जिंदगी जी सकते हैं। अगर ऐसा नहीं कर रहे हैं तो आज से ही अपनी दिनचर्या में बदलाव लाकर जिंदगी को खुशहाल बना सकते हैं। समरनीति सेहतः  आज की भागम-भाग भरी जिंदगी में खुद का ख्याल रखना बेहद मुश्किल है। हम किसी बात को सबसे ज्यादा नजरअंदाज करते हैं तो हमारी खुद की सेहत है। कंप्यूटर पर काम करने वाले लोग सारा दिन उसके सामने बैठकर गुजार देते हैं। मार्केटिंग के लोग दिनभर कार और बाइक से इधर-उधर यात्रा करके। इन दोनों ही हालात में सबसे ज्यादा बोझ हमारी कमर उठाती है जो आगे जाकर दर्द की वजह बनती है। हमारी रोजमर्रा की...
जुबान को स्वाद ही नहीं तन-मन को रंगत भी देगा शहद

जुबान को स्वाद ही नहीं तन-मन को रंगत भी देगा शहद

सेहत
समरनीति सेहतः शहद, एक ऐसा पेय पदार्थ है जिसका नाम आते ही मुंह में मिठास घुल जाती है। शहद जितना स्वादिष्ट होता है उतना ही गुणकारी भी होता है। ऋषि-मुनियों ने भी इसके गुणों को मानव के लिए बेहद लाभकारी बताया है। कहा जाता है कि यह लगभग बीते 8000 वर्षों से हमारे खाने-पीने का हिस्सा रहा है। आयुर्वेद तो शहद को तमाम बीमारियों से लड़ने वाला एक बहुउपयोगी पेयपदार्थ करार देता है। बड़े-बूढ़े हों या छोटे बच्चे सभी की सेहत के लिए शहद बेहद लाभदायक होता है। बस अलग-अलग बीमारियों में इसको खाने-पीने के तौर-तरीके जरूर बदल जाते हैं। शहद को लंबे समय तक रखने के बावजूद यह खराब नहीं होता। जानकार बताते हैं कि इसको घाव और जलने वाले स्थान पर लगाने से जख्म जल्दी ठीक हो जाते हैं। अब हम नजर डालते हैं शहद से होने वाले 21 फायदों पर। शहर में एंटीओक्सिडेंट के गुण होते हैं जो बीमारियों से लड़ने वाली हमारी क्षमता को...