Sunday, April 28सही समय पर सच्ची खबर...

लखनऊ से बुुंदेलखंड तक हड़कंप, सीबीआई की बालू माफियाओं पर ताबड़तोड़ छापेमारी, पूर्व मंत्री गायत्री व एमएलसी रमेश समेत..

सपा एमएलसी रमेश मिश्रा का घर। (फाइल फोटो)

समरनीति न्यूज, लखनऊ/हमीरपुर/बांदाः अवैध खनन को लेकर एक बार भी यूपी में सीबीआई की छापेमारी हुई। सीबीआई ने सपा सरकार में खनिज मंत्री रहे गायत्री प्रजापति समेत अधिकारियों व नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की। बताते हैं कि इस दौरान कुल 22 ठिकानों पर छापेमारी हुई। गायत्री के अलावा सपा एमएलसी रमेश मिश्रा के हमीरपुर स्थित आवास समेत उत्तर प्रदेश और दिल्ली के 22 स्थानों पर सीबीआई की टीम ने छापेमारी की कार्रवाई की है।

जेल में हैं गायत्री, भतीजे से हुई पूछताछ  

गायत्री के अमेठी के आवास विकास में स्थित घर में सीबीआई के अधिकारी पहुंचे और दस्तावेजों की जांच की। सीबीआई ने अपने साथ गायत्री प्रसाद प्रजापति के भतीजे सुरेंद्र प्रजापति को ले रखा था। सुरेंद्र ने ही सारे कमरों और आलमारियों की चाबी सीबीआई को उपलब्ध कराई। सीबीआई के अधिकारियों ने सभी कमरों में जाकर के आलमारियों से कागजात व अन्य अभिलेख जब्त कर लिए हैं। सीबीआई द्वारा छापेमारी की खबर पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। बताते चलें कि गायत्री प्रसाद इस वक्त रेप के मामले को लेकर जेल में बंद हैं। बताते हैं कि सिंचाई विभाग में घोटाले को लेकर भी सीबीआई ने कई जगहों पर छापेमारी की।

ये भी पढ़ेंः सीबीआई के बाद अब ई़डी ने डीएम बी.चंद्रकला और खनिज अधिकारी मोइनुद्दीन, एमएलसी रमेश मिश्रा समेत 11 के खिलाफ लिखी FIR

वहीं हमीरपुर से खबर आ रही है कि सीबीआई की टीम ने सपा एमएलसी रमेश मिश्रा समेत कुल 11 बालू माफियाओं के ठिकानों पर छापे मारे हैं। सूत्रों की माने तो सीबीआई की टीम ने रमेश मिश्रा के पैतृक गांव इमलिया में छापेमारी की। वहां सीबीआई जांचकर रही है। इसके अलावा बालू माफिया राकेश दीक्षित, जगदीश राजपूत, दिनेश मिश्रा आदि के ठिकानों पर भी सीबीआई की छापेमारी चल रही है। सीबीआई की छापेमारी से खनन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।

ये  भी पढ़ेंः सीबीआई के खनिज अधिकारी मोइनुद्दीन के ठिकानों पर छापे से बांदा के करोड़पति ‘बाबुओं’ की उड़ी नींद

मालूम हो कि पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ लोकायुक्त की जांच भी चल रही है। पूर्व मंत्री को दुष्कर्म के आरोप में जेल जाना पड़ा। तब से लेकर आज तक उनकी मुश्किलें कम नहीं हुईं और वह जेल में ही हैं।

जनवरी 2019 में हुआ था बड़ा राजफाश  

इसी साल जनवरी में उत्तर प्रदेश में हुए खनन घोटाले की सीबीआई जांच में बड़ा राजफाश हुआ था। हमीरपुर की डीएम रहते हुए आइएएस बी. चंद्रकला पर 10 अन्य लोगों संग मिलकर आपराधिक साजिश रचते हुए अवैध खनन करवाने का मामला सामने आया था। समाजवादी पार्टी की सरकार में अवैध खनन को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2016 में यूपी में अवैध खनन की जांच के आदेश दिए। यूपी के सात प्रमुख जिलों में अवैध खनन की शिकायत इलाहाबाद कोर्ट को मिली थी।

ये भी पढ़ेंः सीबीआई ने सपा एमएलसी रमेश मिश्रा समेत हमीरपुर-कानपुर-जालौन में कई बालू माफियाओं के ठिकानों पर मारे छापे

उस दौरान फतेहपुर, देवरिया, शामली, कौशांबी, सहारनपुर, सिद्धार्थनगर, हमीरपुर में अवैध खनन का मामला सामने आया था। हमीरपुर मामले में दो जनवरी, 2019 को सीबीआई के डिप्टी एसपी केके शर्मा ने केस दर्ज कराया था। इसी केस में 5 जनवरी को सीबीआई ने आइएएस बी. चंद्रकला के लखनऊ स्थित फ्लैट सहित 14 स्थानों पर छापेमारी की थी। ये छापेमारी कानपुर, लखनऊ, हमीरपुर, जालौन, नोएडा में भी हुई थी।