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बांदा में युवक ने पिता को भावुक सुसाइड नोट लिखकर दी जान, कर्जदार किसान भी फांसी पर झूला

सांकेतिक फोटो।

समरनीति न्यूज, बांदाः शहर में एक ह्रदयविदारक घटना के तहत एक इंजीनियरिंग कर चुके छात्र ने अपने पिता के नाम सुसाइड नोट लिखा और फिर फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस का कहना है कि छात्र के शव से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने जान देने की वजह लिखी है। पुलिस का कहना है कि यह छात्र नशे की लत से परेशान था और खुद अपने परिजनों के दर्द और दिक्कतों को भी समझ रहा था। उसको एहसास था कि उसकी इस लत की वजह से पूरा परिवार परेशान है लेकिन चाहकर भी वह नशे को छोड़ नहीं पा रहा था। आखिरकार उसने अपनी झंझटों से छुटकारा पाने के लिए गुरुवार देर रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवारीजनों ने शव फंदे पर लटका देखा तो कोहराम मच गया। इधर, एक किसान ने भी मवेशी बाड़े में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।

शहर के शुकुलकुआं का मामला 

बताया जाता है कि विकास भवन में सूडा विभाग में लिपिक के तौर पर कार्यरत वीर बहादुर सिंह परिहार का पुत्र निर्भय (30) निवासी शुकुलकुआं नशे का लती था। पिता उससे इस बुराई को छोड़ने को कहते थे लेकिन हताश युवक चाहकर भी ऐसा नहीं कर पा रहा था। परिवार के लोगों ने उसे बहुत समझाया, लेकिन वह नशे के दलदल से बाहर नहीं निकल पाया।

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बताते हैं कि गुरुवार देर शाम उसने अपने घर में कमरे का दरवाजा खुला छोड़ते हुए पहले सुसाइड नोट लिखा और फिर रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कुछ देर के बाद परिजन निर्भय के कमरे में गए तो वहां की स्थिति देखकर चीख-पुकार मच गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है। मृतक के मौसेरे भाई अशोक ने बताया है कि निर्भय, पालिटेक्निक और आईटीआई कर चुका था और अब बिजली विभाग में इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था। परिवार में दो अन्य भाइयों से छोटा था।

सुसाइड नोट में लिखा अपना दर्द 

सिविल लाइन चौकी प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया है कि सुसाइड नोट में लिखा है कि ‘पापा मैं नशा करता हूं और आपको परेशान करता था। परिवार के लोग भी परेशान रहते थे। आप डांटते हैं तो मैं मानता नहीं था। कुल मिलाकर आत्महत्या करने की वजह सुसाइड नोट के आधार पर सिर्फ खुद की नशे की लत को करार दिया है।’ चौकी इंचार्ज ने कहा है कि परिजन इस बारे में ज्यादा नहीं बता सके हैं। उनका कहना है कि कोई और दिक्कत या परेशानी नहीं थी।

कर्ज से तंग किसान ने लगाई फांसी 

उधर, जिले के कमासिन थाना क्षेत्र के मुसीवां गांव निवासी तीन बीघा जमीन के काश्तकार छोटेलाल प्रजापति (65) ने गुरुवार शाम को मवेशी बाड़े में रस्सी से फांसी लगाकर जान दे दी। पत्नी ब्रजरानी मवेशी बाड़े पहुंचीं तो उनको घटना की जानकारी हुई। मृतक के बेटे रामसिया ने बताया है कि पिता पर बैंक का 50 हजार रुपए कर्ज था। इसी को लेकर वह परेशान और तनाव में थे।

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