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पहले चरण में ईवीएम से धांधली के आरोप, दिल्ली में एकजुट विपक्ष ने की बैलट से चुनाव की मांग

ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर दिल्ली में बैठक करते विपक्ष के नेता।

समरनीति न्यूज, पॅालिटिकल डेस्कः लोकसभा-2019 के पहले चरण के ठीक दो दिन बाद ईवीएम यानि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के जरिए धांधली का आरोप लगाते हुए सवाल उठाए हैं। इतना ही नहीं विपक्ष ने बैलट पेपर से मतदान की मांग उठाई है। आज यानी रविवार दोपहर छह प्रमुख दलों के प्रमुख नेताओं ने दिल्ली में बैठक की। इसमें पार्टियों ने ईवीएम को लेकर सवाल उठाए। आंध्र प्रदेश के सीएम और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि वे लोग ईवीएम को लेकर संदेह उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मतदाताओं का भरोसा सिर्फ पेपर ट्रायल मशीनों के जरिए ही बहाल हो सकता है।

कहा, दुनिया के 191 देशों में से सिर्फ 18 देशों में ईवीएम से चुनाव  

कहा कि जर्मनी जैसा उन्नत देश भी पेपर बैलट का इस्तेमाल करता है। वहीं नीदरलैंड्स में आज भी बैलेट पेपर से चुनाव होते हैं। इस दौरान कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हम सभी 21 पार्टियों का पक्ष रख रहे हैं जो फिर से सुप्रीमकोर्ट जाएंगी। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया पर बार-बार सवाल उठ रहे हैं और चुनाव आयोग इसपर ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में यह देखा गया है कि बटन किसी और पर दबता था तो वोट किसी दूसरे को जाता था। उन्होंने कहा कि रोचक बात है कि अदालत ने उनकी दलील को माना है।

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उन्होंने कहा कि विश्वसनीयता के लिए वे उच्चतम न्यायालय से अपील करेंगे कि 50 फीसदी वीवीपैट की गिरती होनी चाहिए। जब पहले हम हाथ से वोट गिनते थे तो पांच दिन नहीं लगते थे। इस दौरान चन्द्रबाबू नायडू ने कहा कि दुनिया में 191 देशों में मात्र 18 देशों में ईवीएम से चुनाव हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने अदालत में गलत बोला है। वहीं कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि उनको मतदाता पर पूरा भरोसा है लेकिन ईवीएम मशीन पर नहीं है। उन्होंने कहा कि आखिर क्या वजह है कि चुनाव आयोग विविपैट की मांग अनसुना कर रहा है, क्या दिक्कत है चुनाव आयोग को।

कहा, 70 फीसद मतदाताओं को नहीं ईवीएम मशीनों पर भरोसा 

कहा कि 70 फीसदी मतदाता खुद चाहते हैं कि वीवीपीएटी से मतदान हों। सिब्बल ने कहा कि 24 घंटे को मशीन दें तो हम बता सकते हैं कि गड़बड़ी कहां है। वहीं अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश के लोगों को ईवीएम पर भरोसा नहीं है जो कि लोकतंत्र पर एक बड़ा सवाल है। केजरीवाल ने कहा कि आज एक पार्टी को छोड़कर सभी पार्टियां बैलेट पेपर से चुनाव की मांग कर रहीं हैं। कहा कि सिर्फ बीजेपी ईवीएम को सपोर्ट करती है क्योंकि उसको फायदा पहुंचता है। केजरीवाल ने कहा कि खराब मशीन भी बीजेपी को ही वोट देती है तो इसकी जांच होनी चाहिए।

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