समरनीति न्यूज, बांदाः लगातार बदल रहा मौसम का मिजाज लोग नहीं भाप पा रहे हैं। इसके चलते वायरल फीवर, खासी-जुकाम और पेट दर्द के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। प्रतिदिन 1000 से अधिक मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को कूल 1269 पर्चे कटे। सुबह होते ही पर्चा काउंटर में लगने वाली मरीजों की भीड़ से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मरीजों की संख्या 1000 से ऊपर है। डाक्टरों के चेंबर छोड़ते-छोड़ते मरीजों की भीड़ खत्म नहीं होती।
फागिंग न होना भी बीमारियों की वजह
सबसे ज्यादा मरीज वायरल फीवर से पीड़ित हैं। खासी और जुखाम के अलावा पेट दर्द के मरीजों की संख्या भी कम नहीं है। बताते चलें कि प्रदेश में कई जिलों में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। वहीं बांदा में मच्छरों की बढ़ती संख्या के बावजूद अबतक नगर पालिका की ओर से असरदार फागिंग नहीं कराई गई है। सिर्फ खानापूर्ति के लिए एक-दो बार अधिकारियों के बंगलों के आसपास जरूर फागिंग हुई है।
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वहीं इंदिरनगर, अलीगंज, आवास विकास कालोनी, छोटी बाजार, मर्दननाका और दर्जनों ऐसे मोहल्ले हैं जहां फागिंग नहीं हुई है। यही वजह है कि मच्छरजनित बीमारियों का इस बार काफी बोल-बाला है। इसकी कीमत कहीं न कहीं आम जनता को बीमारियों के रूप में चुकानी पड़ रही है। सूत्रों की माने तो पालिका प्रबंधन की ओर से कागजों में ही फागिंग कराई जाती है। कालम पूरा कर लिया जाता है।
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