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बांदाः बेटी बनना चाहती थी डाक्टर और माता-पिता शादी, गले लगाई मौत

girl commited suicide
सांकेतिक फोटो।

समरनीति न्यूज, बांदाः जिले में एक स्नातक छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला छात्रा का तनाव में होना बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। बताया जाता है कि देहात कोतवाली क्षेत्र के जमालपुर गांव निवासी पूनम उर्फ क्षमा बाजपेई (19) पुत्री नारायण प्रसाद बाजपेई ने शुक्रवार रात छत में लगे पंखे के हुक में दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली। छात्रा की आत्महत्या का कारण पढ़ाई को लेकर उसका तनाव में रहना बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। घटना को लेकर पूरा परिवार सदमे में है।

तनावग्रस्त छात्रा का आत्मघाती कदम

परिवार के लोगों को इस घटना की जानकारी सुबह उस वक्त हुई, जब घर के कमरे में जाकर देखा। बेटी छत से दुपट्टे के सहारे फांसी पर झूल रही थी। देखते ही परिवार में चीख-पुकार मच गई। शोरगुल सुनकर पड़ोस के लोग व अन्य रिश्तेदार भी आ गए। फंदा काटकर शव को नीचे उतारा गया। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने पूछताछ के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतका के ताऊ शिव प्रसाद ने घटना के बारे में बताया कि छात्रा पूनम एकलव्य महाविद्यालय में बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा थी।

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वह पढ़-लिखकर डाक्टर बनना चाहती थी। वहीं परिवार के लोग उसकी शादी की तैयारी में थे। शादी की बातचीत भी चल रही थी। उसके ताऊ ने बताया कि छात्रा अभी शादी नहीं करना चाहती थी। इसी तनाव में उसने फांसी लगाकर जान दे दी है। उधर, कोतवाली देहात के इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार ने भी यही बात बताई। उन्होंने कहा कि छात्रा मेडिकल की पढ़ाई पूरी करके डाक्टर बनना चाहती थी। वहीं माता-पिता उससे शादी को कह रहे थे। इसी तनाव में उसने फांसी लगाकर जान दे दी।

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