समरनीति न्यूज, बांदा : उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में बुधवार को स्कूटी सवार महिला को एक डंपर ने कई किलोमीटर तक घसीटा था। बांदा कृषि विश्वविद्यालय में नौकरी करने वाली इस महिला की बेहद दर्दनाक मौत हुई। बाद में ट्रक में आग लगी और उसमें स्कूटी और महिला का शव भी बुरी तरह से जल गया था। शरीर से धड़ के कई हिस्से गायब हो चुके थे। घटना को भले ही 24 घंटे बीत चुके हों, लेकिन प्रत्यक्षदर्शी आज भी इस वाक्या को भूला नहीं पा रहे हैं।
कृषि विश्वविद्यालय में थीं कार्यरत, खौफनाक था हादसा
हादसे में जिंदा जलीं पुष्पा सिंह का शव आज पाॅलिथीन में मांस के लोथड़े के रूप में भरकर ले जाया गया। हादसा बेहद खौफनाक है तो पुष्पा की मौत परिवार के लिए बड़ा सदमा हैं।
पति की कैंसर से हो चुकी है मौत
दरअसल, पुष्पा सिंह (32) के दो छोटे बच्चे हैं। उनके पति का रंजीत सिंह का कुछ साल पहले निधन हो गया था। उन्हीं की जगह पर पत्नी को नौकरी मिली थी। बच्चे लखनऊ में रहते थे और पुष्पा बांदा कृषि विश्वविद्यालय स्थित कैंपस आवास में रह रहीं थीं। लोगों का कहना है कि स्वभाव से काफी सरल थीं। घर का सामान लेने और पेट्रोल डलवाने के लिए अक्सर शाम को निकलती थीं।
पुलिस ने चालक को किया गिरफ्तार
घटना के समय वह आवास से सब्जी लेने के लिए स्कूटी से निकली थीं। पुष्पा के ससुर की तहरीर पर पुलिस ने डंपर चालक के खिलाफ मुकदमा लिखा है। पुलिस ने लालगंज बस्ती के रहने वाले चालक अखिलेश यादव को गैरजमानती हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने चालक से पूछताछ भी है।
लखनऊ में रहते हैं महिला के दो बच्चे
मृतक महिला लिपिक पुष्पा का शव लेकर अंतिम संस्कार करने आए ससुर चंद्रेश्वर व देवर पंकज ने बताया है कि वह लखनऊ स्थित गोमतीनगर के विनीत खंड में पास रहते हैं, जबकि मूलरूप से जयप्रकाश नगर, बलिया के रहने वाले हैं। उनके चार बेटे हैं। तीसरे नंबर का बेटा रणजीत बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय में सहायक लेखाधिकारी के पद पर कार्यरत थे। उनकी वर्ष 2020 में कैंसर से मौत हो चुकी है।
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