समरनीति न्यूज, बांदा : मारपीट और चोरी के मामले में गिरफ्तार तीन बंदियों को बांदा जेल भेजा गया था। स्वास्थ्य शिविर में जांच से पता चला कि इनमें से दो बंदी एचआईवी पाॅजिटिव निकले हैं। वहीं एक टीबी रोग से पीड़ित मिला है। बताते हैं कि इनमें एक बाहर रहकर काम करता था। वहीं दूसरा ट्रक ड्राइवर रह चुका है।
खुद बंदियों को भी नहीं था बीमारी का पता
चौंकाने वाली बात यह है कि बीमारियों के बारे में तीनों ही बंदियों को कोई जानकारी नहीं थी। न ही उनके परिजनों को कुछ पता था। अब जेल में उनका इलाज चल रहा है।
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जानकारी के अनुसार मंडल कारागार में आठ से 12 दिसंबर तक चार दिवसीय विशेष स्वास्थ्य शिविर लगा था। इसमें 848 पुरुष व 42 महिला बंदियों की एचआईवी और टीबी तथा हेपेटाइटिस आदि की जांचें हुईं। चोरी व लड़ाई-झगड़े के मामले में कुछ दिनों पहले जेल आए दो बंदियों की रिपोर्ट एचआईवी पॉजिटिव आई है। एचआईवी पाॅजिटिव दो बंदी पहले से बंद हैं। इस तरह बांदा जेल में अब एचआईवी पाॅजिटिव मरीजों की संख्या
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अब चार हो गई है। एक मरीज को टीबी निकली है। टीबी के अब कुल 3 मरीज जेल में हो गए हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी का कहना है कि मरीजों का इलाज किया जा रहा है। जेल अधिकारी का कहना है कि बीमार बंदियों को चिकित्सक के परामर्श से समय-समय पर दवाएं दी जा रही हैं।
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