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भावनात्मक रिश्ते वाले वायनाड से राहुल ने भरा नामांकन, प्रियंका भी रहीं साथ, समर्थन में सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब

केरल के वायनाड में नामांकन दाखिल करते कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व उनकी बहन प्रियंका गांधी।

समरनीति न्यूज, पॅालिटिकल डेस्कः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल के वायनाड लोकसभा सीट से आज नामांकन दाखिल कर दिया। इस दौरान पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं। राहुल गांधी ने पर्चा दाखिल करने के बाद प्रियंका गांधी के साथ रोड शो भी किया, जिसको देखने के लिए वायनाड की सड़कों पर जन सैलाब उमड़ा पड़ा। राहुल गांधी इस बार अमेठी के साथ वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं। वायनाड उनके लिए नई जगह है लेकिन अमेठी से वह 2004 से चुनाव लड़ते और जीतते आ रहे हैं। वायनाड में राहुल का मुकाबला एनडीए के तुषार वेल्लापल्ली से है। वायनाड को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है।

वायनाड से भावनात्मक लगाव है गांधी परिवार का 

राहुल वायनाड ऐसे ही नहीं गए हैं बल्कि ‘गांधी परिवार’ का यहां से भावनात्मक रिश्ता रहा है। राहुल गांधी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से लेकर दादी इंदिरा गांधी तक का यहां से गहरा लगाव रहा है। इसी के नाते राहुल ने वायनाड को चुना। साथ ही उनकी रणनीति यहां से केरल के अलावा तमिलनाडु और कर्नाटक को साधने की भी है। अमेठी के साथ-साथ केरल की वायनाड सीट से भी राहुल गांधी ने चुनाव लडऩे का ऐलान करके इस इलाके को चर्चा में ला दिया। वायनाड का देश में धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण स्थान है। यहां से कांग्रेस का सिर्फ राजनीतिक रिश्ता नहीं है बल्कि गांधी परिवार की कई यादें भी जुड़ी हैं।

1991 में राजीव गांधी की अस्थियां की थीं विसर्जित  

1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्या के बाद उनकी अस्थियों को केरल के कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के. करुणाकरन द्वारा वायनाड के पापनाशिनी नदी में विसर्जित किया गया था। राजीव गांधी की अस्थियों को विसर्जित करने के लिए पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी के साथ राहुल गांधी खुद वायनाड गए थे। राहुल ने अपने पिता की अस्थियों को लेकर पहले थिरुनेल्ली मंदिर में पूजा अर्चना की और इसके बाद के. करुणाकरन के साथ वायनाड की पापनाशिनी नदी में उसे विसर्जित किया था।

राहुल के रोड शो में कई पत्रकारों को लगी मामूली चोट 

केरल के वायनाड में राहुल गांधी के रोड शो के दौरान एक हादसा हुआ। यहां एक पत्रकार ट्रक से नीचे गिर गया। तभी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उस पत्रकार की मदद की और उसे एम्बुलेंस में बैठाया। इस हादसे में कई पत्रकार घायल हो गए हैं।

वायनाड।

राजनीतिक इतिहास 

2008 में परिसीमन के बाद यह लोक सभा सीट घोषित हुई। यहां पहली बार 2009 में चुनाव हुए। पहले चुनाव में यहां से कांग्रेस के एमआई शनावास जीते थे। उन्होंने अपने निकट्तम प्रतिद्वंद्वी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) कैंडिडेट एडवोकेट एम. रहमतुल्ला को 1,53,439 वोटों से हराया था।

प्रमुख राजनीतिक दल 

यह सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। यहां की प्रमुख राजनीतिक पार्टियां हैं कांग्रेस, सीपीआई, बीजेपी, एसडीपीआई, डब्लूीपीआई और आप हैं। निर्दलीय भी यहां से बड़ी संख्या में अपना भाग्य आजमाते रहे हैं।

लोकसभा चुनाव 2014 

2014 के लोक सभा चुनाव में केरल प्रदेश कांग्रेस के महासचिव एमआई शनावास ही जीते थे। उन्हें 3,77,035 वोट मिले थे और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सीपीआई उम्मीदवार पीआर सत्यन मुकरी को 20,870 वोटों से हराया था। शनावास केरल स्टूडेंट्स यूनियन के माध्यम से राजनीति में आए थे और उन्होंने युवा कांग्रेस तथा सेवा दल के लिए भी काम किया था।

जानिए वायनाड लोकसभा सीट 

वायनाड की आबादी : 1827651 

कुल मतदाता : 1249420 

पुरुष : 614822 

महिला :  634598 

मतदान केंद्र : 1073  

कुल वोट :  915138  

2014 में मतदान : 73.25 प्रतिशत