समरनीति न्यूज, बांदा : बांदा में अवैध खनन बेलगाम होता नजर आ रहा है। बांदा शहर से सटे कनवारा खदान पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई के बावजूद सीमा रेखा के बाहर अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हाल में ही प्रशासन ने कनवारा खंड-5 पर छापा मारा था। वहां अवैध खनन पकड़ा गया था।
17,08,200 जुर्माने के बावजूद नहीं थमा अवैध खनन
इसके बाद खदान के पट्टाधारक योगेश सिंह कुशवाहा निवासी ग्वालियर (एमपी) के खिलाफ 17,08,200 का जुर्माना भी ठोका गया था। इसके बावजूद खदान पर अवैध खनन रुका नहीं, बल्कि और बढ़ गया। कनवारा खदान पर अवैध खनन
नई बात नहीं नहीं है। पूर्व में भी प्रशासन के तत्कालीन अधिकारियों ने इस खदान पर अवैध खनन पकड़ा है। इतना ही नहीं इस खदान से सबसे ज्यादा ओवरलोडिंग गाड़ियां निकाली जाती हैं। कनवारा खदान खंड-5 केन नदी के किनारे है। जानकार बताते हैं कि इस कनवारा खदान पर
बांदा में अवैध शराब बिक्री, शहर से लेकर गांवों तक 24 घंटे ओवर रेट पर बिकती दारू..!
नदी की जलधारा रोककर भी बालू खनन हो रहा है। सवाल यह उठता है कि कनवारा खदान पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई के बावजूद अवैध खनन क्यों नहीं रुक रहा। खदान संचालक की दबंगई को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। लोगों का मानना है कि किसी बड़े नेता का संरक्षण होने के कारण खदान पर अवैध खनन नहीं रुक रहा है।
ये भी पढ़ें : बांदा में अवैध शराब बिक्री, शहर से लेकर गांवों तक 24 घंटे ओवर रेट पर बिकती दारू..!