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महोबाः थाने में दरोगा बेटे की आत्महत्या की खबर सुन बीमार मां ने भी दम तोड़ा

Head moharrar ramakant suicide in police station mahobe
रमाकांत सचान। (फाइल फोटो)

समरनीति न्यूज, बांदा/महोबाः जिले से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है। महोबा शहर कोतवाली के सरकारी बैरक में मार्निंग वाक से लौटे एक हेड मोहर्रर ने फांसी लगाकर जान दे दी। कोई सुसाइड नोट न मिलने के कारण घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कोतवाली प्रभारी का कहना है कि हेड मोहर्रर चार माह बाद सेवानिवृत होने वाले थे। इसलिए उनपर कोई काम का दवाब भी नहीं था। पुलिस घटना की जांच कर रही है।

बेटी की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकीं मां

उधर, खबर आ रही है कि उनकी मौत की खबर सुनकर उनकी मां जगरानी (85) ने भी सदमे में दम तोड़ दिया है। बताते हैं कि उनकी मां इस वक्त बीमार चल रहीं थीं। उधर, उप निरीक्षक को छुट्टी न मिलने की भी चर्चा है। हालांकि, पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार ने ऐसी किसी भी बात से इंकार किया है।

Head moharrar ramakant suicide in police station mahobe

कानपुर के थे मूल निवासी, 4 माह बाद रिटायरमेंट

बताया जाता है कि कानपुर के सजेती थाना क्षेत्र में आने वाले ग्राम कमलापुर के रहने वाले 59 साल के रमाकांत सचान पुलिस में हेड मोहर्रर थे। उनका प्रमोशन होने के बाद वह उप निरीक्षक बने थे। बताते हैं कि फिलहाल उनके पास महोबा शहर कोतवाली के मालखाने का चार्ज था। वह कई साल से यहां तैनात थे और करीब पांच साल से माल खाने का चार्ज उनके पास था। बताते हैं कि रोजाना की तरह वह आज शुक्रवार सुबह जागने के बाद दैनिक कार्य से निवृत होकर मार्निंग वाक के लिए गए थे। वहां से लौटकर बैरक में पहुंचे।

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वहां से बाकी कांस्टेबल अपनी ड्यूटी पर निकल चुके थे।थोड़ी देर बाद एक कांस्टेबल वहां पहुंचे तो उन्होंने देखा कि गमछे के सहारे छत में पंखे के कुंडे से उप निरीक्षक रमाकांत सचान का शव लटक रहा है। तत्काल ही कोतवाली प्रभारी विपिन त्रिवेदी को जानकारी दी गई। थाने के स्टाफ में हड़कंप मच गया। कोतवाली प्रभारी श्री त्रिवेदी का कहना है कि हेडमोहर्रर की सेवानिवृत्ति में सिर्फ चार माह शेष थे।

आखिरी बार बेटे और पत्नी से हुई थी फोन पर बात

वह अपने पांच साल के कार्यकाल में तीन साल का चार्ज हस्तांतरित कर चुके थे। दो साल का चार्ज और हस्तांतरित होना शेष रह गया था। बताते हैं कि मौके पर कोई सुसाइड नोट न मिलने के कारण घटना का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। परिजनों को सूचना दे दी गई है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। उधर, पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार ने कहा कि छुट्टी न मिलने जैसी कोई बात नहीं है। उप निरीक्षक के सुसाइड के कारणों की जांच कराई जा रही है। कहा कि अधिकारियों और पुलिस कर्मचारियों को लगातार छुट्टियां दी जा रही हैं।

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