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सेहत

बुंदेलखंडः मासूम लाडलों को टारगेट बना रहीं बीमारियां, रहें सतर्क और बरतें सावधानियां 

बुंदेलखंडः मासूम लाडलों को टारगेट बना रहीं बीमारियां, रहें सतर्क और बरतें सावधानियां 

Breaking News, Today's Top four News, बांदा, बुंदेलखंड, सेहत
समरनीति न्यूज, बांदाः बदलते मौसम में चिपचिपाहट और उमस भरी गर्मी में तमाम तरह के संक्रमण सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे में बुंदेलखंड में इस समय बच्चों में संक्रामक बीमारियां तेजी से पैर पसार रही हैं। खासकर आपके मासूम लाडलों को बीमारियां ज्यादा आसानी से टारगेट बना लेती हैं। ऐसे में डाक्टर की सलाह है कि अपने बच्चों का ज्यादा ख्याल रखें। खुद सतर्क रहें और सावधानियां भी बरतें। ताकि बीमारियां घर के आसपास न भटक सकें और आपके हंसते-खेलते बच्चों को बीमार न बना सकें। कौन सी बीमारियां किन वजहों से और किन हालातों में आपको परेशान कर सकती हैं और इनको कैसे रोका जा सकता है और बीमार होने पर बच्चों को सबसे पहले कैसे संभाला जाए, क्या घरेलू ट्रीटमेंट दिया जाए। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर हमने बांदा के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर विक्रम से बातचीत की। आइये जानते हैं उन्होंने बातचीत में बच्चों के पैरेंट्स को क्या ...
संदेह के घेरे में हैलट को ऑक्सीजन सप्लाई देने वाली कंपनियां, प्रशासन कराएगा ऑडिट

संदेह के घेरे में हैलट को ऑक्सीजन सप्लाई देने वाली कंपनियां, प्रशासन कराएगा ऑडिट

Feature, उत्तर प्रदेश, कानपुर, सेहत
समरनीति न्यूज, कानपुरः कानपुर मेडिकल कॉलेज से जुड़ी एक खास और बड़ी खबर सामने आई है। पता चला हैं कि यहां ऑक्‍सीजन सप्लाई करने वाली कंपनियां अब संदेह के घेरे में हैं। ऐसे में अब तक इन्होंने जितनी ऑक्सीजन भी सप्लाई की है। हैलट प्रशासन उसका ऑडिट कराने की तैयारी में जुट गया है। बता दें कि हर साल मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पताल ऑक्सीजन सप्लाई के नाम पर एक करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च करते हैं लेकिन अब आरोप है कि ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनियां खपत से ज्यादा सप्लाई दिखा कर पैसा वसूल कर रही हैं। बिल बनाने में किया जाता गड़बड़झाला   बताते चलें कि हैलट व संबद्ध अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई का ठेका पनकी ऑक्सीजन व मुरारी इंडस्ट्रीयल गैसेस के पास है। ऑक्सीजन प्लांटों में बड़े सिलेंडरों के साथ ही मरीजों के लिए छोटे सिलेंडरों की सप्लाई होती है। अभी हैलट व किसी भी संबद्ध अस्पताल में किस सिलेंड...
जापानी इंसेफेलाइटिस से एेप के जरिए जंग लड़ेगा स्वास्थ्य महकमा

जापानी इंसेफेलाइटिस से एेप के जरिए जंग लड़ेगा स्वास्थ्य महकमा

उत्तर प्रदेश, कानपुर, भारत, सेहत
सरमरनीति न्‍यूज, कानपुरः  स्वास्थ्य विभाग की ओर से खबर मिली है कि जल्द ही शहर के लोगों को घर पर जापानी इंसेफेलाइटिस जैसी गंभीर बीमारी के बारे में सबकुछ मालूम पड़ेगा. इसकी जानकारी से लेकर इलाज तक को लेकर स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने एक नई ऐप बनाई है. इस ऐप को नाम दिया है ‘स्टॉप जेई’. क्‍या होगा इस ऐप में, आइए जानें. जैसा कि सुना है कि ः  सीएमओ अशोक शुक्ला, स्वास्थ्य विभाग ने इस ऐप को एक साथ कई जिलों में लॉन्च किया गया है. इसकी मदद से गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीज को देख कर कोई भी व्यक्ति आसानी से अपने एंड्रॉयड फोन से ऐप की मदद से उस मरीज के संबंध में जरूरी जानकारी पा सकेगा. सिर्फ यही नहीं, इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक टीम को उसके पते पर भेजा जाएगा, जो मरीज को प्राथमिक उपचार के साथ दवा भी दिलाएगी. तो मिलेगी एसी भी मदद   इस ऐप का काम यहीं खत्...
रिकार्ड की तैयारी में बाबा, दो लाख लोगों के साथ योग

रिकार्ड की तैयारी में बाबा, दो लाख लोगों के साथ योग

Today's Top four News, उत्तर प्रदेश, भारत, सेहत
समरनीति न्यूज, नई दिल्लीः बाबा रामदेव ने राजस्थान के कोटा में दो लाख लोगों के साथ योग किया। उनके साथ राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी योग किया। बाबा यहां ढाई लाख लोगों के साथ योग करके वर्ल्ड रिकार्ड बना रहे हैं। रिकार्ड दर्ज करने के लिए गिनिज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम कोटा पहुंची हुई है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ बाबा के साथ योग करने के लिए उमड़ी। आसपास के गांव वालों को भी योग के लिए बुलाया गया। यहां एक व्यक्ति ने करीब 1 घंटे 3 मिनट तक शीर्षासन किया। यह नया वर्ल्ड रिकार्ड है। पिछला शीर्षासन का रिकार्ड 1 घंटे का था। एक अन्य वक्ति ने ढाई हजार पुशअप करके रिकार्ड बनाया। इस दौरान उनके साथ राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अलावा सांसद दुष्यंत सिंह, ओम बिड़ता, परिवहन मंत्री युनुष खान आदि मौजूद रहे।  ...
देरहारदून में 55 हजार लोगों के साथ योग कर रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी

देरहारदून में 55 हजार लोगों के साथ योग कर रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी

Feature, उत्तर प्रदेश, भारत, सेहत
समरनीति न्यूज, नई दिल्लीः आज 21 जून को भारत समेत दुनियाभर में आज चौथा योग दिवस मनाया जा रहा है। दुनियाभर में 170 देशों ने आज सूर्य की किरणों के साथ योग किया गया। इस दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 55 हजार लोगों के साथ देहरादून में योग किया। वे फारेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट में आयोजित योग कार्यक्रम में शामिल हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि योग मानव जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। अगर पूरी दुनिया में योग करने वाले लोगों के आंकड़े जुटा लिए जाएं तो निश्चित रूप से ईश्वर के सामने कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आएंगे। कहा कि वे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि योग करने वाले व्यक्ति तमाम मानसिक और शारीरिक दिक्कतों से दूर रहते हैं।  ...
सलादः शरीर ही नहीं दिल-दिमाग को भी रखता है दुरूस्त

सलादः शरीर ही नहीं दिल-दिमाग को भी रखता है दुरूस्त

Today's Top four News, सेहत
समरनीति सेहतः  हरे सब्जियों और हरे पत्ते जिंदगी को हरा-भरा बना देते हैं। सेहत में चार चांद लगा देते हैं। फिर भी हम अपने खाने में हरियाली के इन नुक्शों को शामिल करने में गुरैज करते हैं। इसका खामियाजा हमारी सेहत को उठाना पड़ता है। आज हम आपको बताते हैं कि खाने के साथ सलाद का क्या महत्व है और यह कितना जरूरी है। हरियाली के इन नुक्शों को दूर करके सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं हम  आमतौर पर सलाद को हम यह मानकर खाते हैं कि इससे खाने का स्वाद बढ़ता है। जी हां, लेकिन सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ता बल्कि इससे स्वास्थ भी संवरता है। सलाद शरीर के साथ आपके शरीर के साथ दिमाग और दिल को भी मजबूत करता है। ये भी पढ़ेंः जुबान को स्वाद ही नहीं तन-मन को रंगत भी देगा शहद सलाद हमारे शरीर में कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखता है। इसे बढ़ने नहीं देता है जिससे दिल की बीमारियां हम पर हमला नहीं कर पाती हैं। योग और आयुर...
..और इस तरह कहें अपनी जिंदगी से डिप्रेशन को गुडबाय

..और इस तरह कहें अपनी जिंदगी से डिप्रेशन को गुडबाय

Today's Top four News, सेहत
समरनीति सेहतः  आंखों में ढेरों सपने सजाकर आज हर इंसान तरक्की की होड़ में अंधी दौड़ दौड़ता जा रहा है। रोजमर्रा की जिंदगी में सबुकछ इतना अशांत और तेजी से गुजर रहा है कि लोग खुद का आस्तित्व ही भूलते जा रहे हैं। यही वजह है कि हर कोई आज मन की शांति खो चुका है। मन की हलचल और परेशानियां जल्द ही दिमाग में भी घर बना लेती हैं। यही वजह है कि ज्यादातर लोग अशांतमन से जिंदगी जी रहे हैं और देर-सवेर डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। डिप्रेशन हो हावी तो हालात नहीं , खुद को बदलने की करें कोशिश  जिंदगी सुख-दुख दो पाटों के बीच में चलती है। कभी हमें सुख मिलता है तो कभी दुख का भी एहसास होता है। जब चीजें हमारे मन की नहीं होती हैं तो हम दुखी हो जाते हैं। दुख ज्यादा गहरा होता है तो धीरे-धीरे हम डिप्रेशन में चले जाते हैं।  एक समय ऐसा आता है कि डिप्रेशन के शिकार व्यक्ति को कुछ भी अच्छा नहीं लगता है और अपनी जान तक ...
निपाह वायरस को लेकर एलर्ट मोड पर स्वास्थ्य महकमा

निपाह वायरस को लेकर एलर्ट मोड पर स्वास्थ्य महकमा

सेहत
केरल में वायरस प्रभावी, स्वास्थ्य महकमा कर रहा जागरूक  लखनऊः  इन दिनों सोशल मीडिया पर निपाह वायरस के लक्षण और बचाव को लेकर जमकर प्रचार प्रसार हो रहा है। केरल में इस रोग की दस्त के बाद से लोगों में निपाह वायरस को लेकर काफी चर्चाएं भी हो रही हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार निपाह एक नई उभरती हुई बीमारी है, जो वायरस के संक्रमण के प्रभाव से जानवर और इंसान दोनों में तेजी से फैलता है। यह गंभीर बीमारियों कोजन्म देता है। इस बीमारी की पहली बार पहचान 1998 में मलेशिया के निपाह गांव से हुई थी, इसीलिए उस गांव के नाम पर इस वायरस को नाम दिया गया। भारत में इसका प्रभाव 2001 में देखने को मिला था। इस वर्ष भी इसके कई मामले सामने आ चुके हैं। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने सूबे के हर जिले के लिए एलर्ट जारी कर दिया है। सीतापुर में भी अधिकारियों ने इसे लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। निपाह वायरस के क्या हैं लक्षण -कैस...
बैक पेनः कहीं कम न कर दे आपकी रफ्तार

बैक पेनः कहीं कम न कर दे आपकी रफ्तार

सेहत
अक्सर कहा जाता है कि एक उम्र के बाद कमर का दर्द स्वभाविक हो जाता है लेकिन डाक्टरों की मानें तो ऐसा कतई नहीं है। इस बात का हकीकत से कुछ लेना-देना नहीं है। अगर आप अपना ख्याल रख रहे हैं। समय से सोना और समय से जागने के साथ-साथ एक्सरसाइज और संतुलित आहार ले रहे हैं तो आप कमर दर्द से रहित जिंदगी जी सकते हैं। अगर ऐसा नहीं कर रहे हैं तो आज से ही अपनी दिनचर्या में बदलाव लाकर जिंदगी को खुशहाल बना सकते हैं। समरनीति सेहतः  आज की भागम-भाग भरी जिंदगी में खुद का ख्याल रखना बेहद मुश्किल है। हम किसी बात को सबसे ज्यादा नजरअंदाज करते हैं तो हमारी खुद की सेहत है। कंप्यूटर पर काम करने वाले लोग सारा दिन उसके सामने बैठकर गुजार देते हैं। मार्केटिंग के लोग दिनभर कार और बाइक से इधर-उधर यात्रा करके। इन दोनों ही हालात में सबसे ज्यादा बोझ हमारी कमर उठाती है जो आगे जाकर दर्द की वजह बनती है। हमारी रोजमर्रा की...
लू… जरा संभलकर

लू… जरा संभलकर

सेहत
सेहत् ः   चिलचिलाती धूप और गर्म हवा यानि लू के बीच घरों से बाहर जाना क बड़ी चुनौती है। ऐसे में थोड़ी सी सावधानी आपको लू जैसी जानलेवा होने वाली समस्या से बचा सकती है। इसके लिए घर में मौजूद मामूली सी लगने वाली चीजों का उपयोग करना पर्याप्त है लेकिन जानकारी के अभाव में अक्सर हम यह नहीं जान पाते कि छोटी-छोटी बातें हमें लू से कितनी आसानी से बचा सकती हैं।  गर्मी में लू लगना एक आम बात सी हो गई है। इससे बचने के लिए घरेलू नुस्खे काफी कारगर साबित हो सकते हैं। दरअसल, लू लगने का सबसे बड़ा कारण है शरीर में पानी की कमी। इसलिए हमेशा इस बात का ख्याल रखें कि गर्मी के मौसम में ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। शरीर में पानी रहेगा तो काफी हद तक लू दूर ही रहेगी। इसके अलावा शरीर के आंख, नाक और कान को ढककर रखना जरूरी है ताकि शरीर में लू की गर्म हवा ना जा सके। इसलिए बाहर निकलने से पहले चेहरे को ढकने पर खास ध्यान ...