बांदा में अवैध खनन कराने वाले पट्टाधारक पर FIR, लेकिन कुछ को अब भी खुली छूट!
समरनीति न्यूज, बांदाः जिले में एनजीटी नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं। खदानों की आड़ में बुंदेलखंड की जीवनदायिनी केन नदी को यहां-वहां बर्बाद किया जा रहा है। मानक से कहीं ज्यादा बालू की निकासी हो रही है। इसका खुलासा खुद खनिज विभाग के अधिकारियों के सामने हुआ है। अब खनिज विभाग ने पट्टा धारक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए गिरवां थाने में तहरीर दी है लेकिन कुछ खदानें ऐसी हैं जहां खुलेआम खनन हो रहा है, कुछ जगहों पर खदानें बंद होने के बाद भी अवैध रूप से बालू की निकासी की जा रही है।
जरर खदान पर पकड़ा गया
मामला जिले की जरर मौरंग खदान से जुड़ा है। अवैध खनन के लिए पहले से बदनाम जरर खदान पट्टाधारक अवैध रूप से मशीनों से नियमों को ताक पर रखकर अवैध खनन करा रहा था। बताया जाता है कि जरर मौरंग खदान पट्टाधारक विपुल त्यागी एंड कंपनी के नाम से आवंटित है। इस खदान पर पहले से अवैध खनन होता रहा...