समरनीति न्यूज, बांदा : जिले के खनिज विभाग की मिलीभगत से अवैध खनन का खेल किसी से छिपा नहीं है। लखनऊ से आई खनिज विजिलेंस टीम ने जिले के नरैनी में अवैध खनन पकड़ा ही नहीं, बल्कि आरोपियों पर मुकदमा भी लिखा दिया। दो गिरफ्तार भी हो गए। जबकि बांदा का खनिज विभाग और उसके अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे थे। या यूं कहिए कि मिलीभगत के चलते चुप बैठे थे। अब नरैनी की तरह ही पथरी और बेंदा जैसी खदानों पर भी ओवरलोडिंग और अवैध खनन का सिलसिला जारी है। इसके बावजूद खनिज विभाग चुप बैठा है।
हत्या के आरोपों से घिरे से पथरी खदान के संचालक
सूत्र बताते हैं कि इन खदानों के आसपास के क्षेत्र में खनन किया जा रहा है, जबकि पट्टे वाला क्षेत्र बचाया जा रहा है। इतना ही नहीं खदानों से ही गाड़ियां ओवरलोड होकर निकल रही हैं। बताते चलें कि हाल ही में पथरी खदान पर एक कर्मचारी की संदिग्ध हालत में मौत का सामने आया था। इसमें खदान संचालक देवेंद्र सिंह, पूर्व विधायक अपने भतीजे-भांजे के साथ नामजद हैं। इसके बादवजूद खदान पर नियमविरुद्ध मशीनों से खनन और ओवरलोडिंग का सिलसिला जारी है।
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