समरनीति न्यूज, बांदा : बांदा पुलिस ने शहर में जंगल दफ्तर के पास मिले ओमप्रकाश (37) के शव का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। दरअसल, उसकी हत्या हुई थी। तीन लोगों उसे पीट-पीटकर मार डाला था। बाद में शव को लाकर जंगल दफ्तर के पास मंदिर में फेंक गए थे। पुलिस ने हत्याभियुक्त एक नशेबाज युवक को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दो की तलाश कर रही है।
2 अक्टूबर को जंगल दफ्तर में मिला था शव
जानकारी के अनुसार पैलानी थाना क्षेत्र के नरी गांव का ओमप्रकाश (37) शहर के बिजलीखेड़ा में अपनी ससुराल में रहता था। वह और उसकी पत्नी उर्मिला सब्जी बेचने का काम करते थे। 2 अक्टूबर की रात वह घर से निकला तो वापस नहीं लौटा। अगले दिन उसका शव मिला था। पुलिस मामले में जांच कर रही थी।
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इलाके के सीसीटीवी खंगालने के बाद पुलिस को पता चला कि अंकित चौरसिया निवासी शंकर नगर और उसके दो दोस्त एक व्यक्ति को बेरहमी से पीट रहे हैं।
अब बाकी दो दोस्तों की तलाश में है पुलिस
बाकी दो दोस्तों की पहचान कालूकुआं के आनंद देव दीक्षित के बेटे सौरभ दीक्षित और स्वराज कालोनी के रहने वाले मिथलेश तिवारी के बेटे शिवाकांत तिवारी उर्फ नागू के रूप में हुई। पुलिस का कहना है कि तीनों हत्याभियुक्तों नशे में ओम प्रकाश को विवाद के बाद पीट-पीटकर मार डाला।
इसके बाद बाइक से उसके शव को लाकर जंगल दफ्तर के पास स्थित मंदिर के पास फेंक गए थे। एएसपी लक्ष्मी निवास मिश्र का कहना है कि गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि हत्या का कारण मृतक से तीनों नशेबाजों का विवाद बताया जा रहा है। हालांकि, मृतक भी शराब के नशे में था। खुलासा करने वालों में नगर कोतवाली प्रभारी अनूप दुबे और वरिष्ठ उप निरीक्षक केडी त्रिपाठी और कांस्टेबल भानूप्रताप शामिल रहे।
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