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कानपुर में लोगों ने श्री श्री रविशंकर से सीखे तनावमुक्त-उत्साहयुक्त जीवन के टिप्स

समरनीति न्यूज, कानपुरः आर्ट आॅफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर जी ने 17 अगस्त से 19 अगस्त तक पूरे देश में आॅन-लाइन, आनंद उत्सव कार्यक्रम के माध्यम से तनाव -मुक्त और उत्साह-युक्त जीवन जीने की कला सिखाई। कार्यक्रम से जुड़ीं पूनम अरोड़ा ने बताया कि आज के युग की तकनीक का उपयोग करते हुए, इस कार्यक्रम को पूरे देश में 2100 जगहों पर वेब कास्ट के जरिये सीधा प्रसारित किया गया। इसमें कानपुर में पाँच सेंटर्स  में वेब-लोकेशन बनाई गई थी। जहां पहुंचकर लोगों ने यह कला सीखी।

ये थे बनाए गए पांच सेंटरः  

  1. सिविल लाइन्स सेन्टर 
  2. काकादेव हरी गर्ल्स हॉस्टल सेन्टर 
  3. राम बाग सेन्टर 
  4. किदवई नगर सेन्टर 
  5. आई आई टी  सेन्टर  

यह था कार्यक्रम का मुख्य आकर्षणः  

दरअसल, इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण स्वयं गुरूदेव द्वारा “सुदर्शन क्रिया” करवाना था। पूनम अरोड़ा ने बताया कि प्राणायाम, ध्यान एवं योग के अलावा, गुरू जी द्वारा जीवनोपयोगी ज्ञान वर्षा भी की गई। इससे उलझनों, तनाव और नकारात्मकता से मुक्ति मिलती है। कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी लाभांवित श्रद्धालुओं ने इसे खूब सराहा और इन तीन दिनों में फर्क भी महसूस किया।

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लोगों ने खुद में सकारात्मक बदलाव महसूस किए। आॅन-लाइन प्रशिक्षण देते हुए श्री श्री रवि शंकर जी ने बताया कि  सुदर्शन  क्रिया के निरंतर अभ्यास से मन और शरीर पर सकारात्मक प्रभाव वाले परिवर्तन होते हैं जिन्हे आज एम्स (AIMS) और एनआईएमएचएएनएस  (NIMHANS) ने भी पुष्ट किया है

इन बीमारियों में मिलता है फायदाः 

– हाई बीपी नियंत्रित हो जाता है ।

– ईम्यूनिटी बढ़ती है ।

– मानसिक व साँस संबंधित रोगों में लाभ होता है।

हर सेंटर पर आर्ट आॅफ लिविंग के टीचर्सः 

इस दौरान सभी सेंटरों पर टीचर तैनात रहे। इनमें मालाजी, सरोज जी, हितेश जी, प्रमिला जी, बिन्दु जी, किरन जी, अंजलि जी, अरिहंत जी, अखिलेश जी  कविता जी, रेनू जी, भूपिंदर जी ने बढ़-चढ़कर सहयोग दिया। वहीं वालींटियर्स पूर्णिमा, ज्ञानी, अनिता, अमित, यश और प्रीति ने विशेष सहयोग दिया।

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