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अब सोज ने कश्मीर पर उगला जहर, सुब्रमण्यम स्वामी ने दिया करारा जवाब

सोज सैफुद्दीन व सुब्रमण्यम स्वामी।

नई दिल्लीः अलगाववादियों के पैरोकार बनकर सामने आए कांग्रेसी नेता सैफुद्दीन सोज ने एक बयान देकर देशभर में हंगामा करा दिया। कभी खुद की बेटी के कश्मीरी आतंकियों द्वारा अपहरण कर लिए जाने के बाद केंद्र सरकार से मदद को हाथ फैलाने वाले सोज आज अलगाववादियों के पक्षकार बनकर बोलते नजर आए। उनके बिगड़े बोल ने माहौल खराब करने का काम तो किया ही, साथ ही कांग्रेस के सामने भी असहज करने वाली स्थिति पैदा कर दी। हांलाकि अपने विवादित बोल पर सोज ने कांग्रेस को अलग करते हुए साफ कर दिया है कि उनकी इस बात का कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है। वहीं भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोज को करारा जवाब दिया है और उनको उनकी बेटी के कश्मीरी आतंकियों द्वारा अपहरण की घटना की याद दिलाते हुए कहा कि उस समय केंद्र सरकार ने उनकी मदद की थी।

कांग्रेसी सैफुद्दीन सोज ने खुद के बयान को व्यक्तिगत बताते हुए कहा कि कांग्रेस का इससे लेना-देना नहीं 

भारत में ऐशोआराम की जिंदगी और कश्मीर में अलगाववाद का पक्षकार बनने वाले नेताओं की सूची में जम्मू-कश्मीर के कांग्रेसी नेता सैफुद्दीन सोज का नाम भी शामिल हो गया। सोज ने शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि कश्मीर के लोगों की पहली प्राथमिकता यहां की आजादी है।

सोज ने कहा है कि कश्मीरी न पाकिस्तान के साथ जाना चाहते हैं और न ही भारत के साथ रहना चाहते हैं। सोज ने कहा कि कश्मीर के लोगों के लिए शांतिपूर्ण माहौल की स्थापना जरूरी है जिससे यहां के लोग शांति से रह सकें। उन्होंने इस संबंध में दिए गए पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के एक बयान का भी समर्थन किया है।

हांलाकि सोज ने यह भी कहा है कि उनकी इस बात का कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है। यह बात वह व्यक्तिगततौर पर कह रहे हैं। सोज के इस बयान ने देश में बवाल खड़ा कर दिया है। भले ही उन्होंने अपने इस बयान से कांग्रेस को अलग कर दिया हो। लेकिन कांग्रेस को कहीं न कहीं इसका खामियाजा उठाना पड़ सकता है।

स्वामी ने सोज को याद दिलाई कश्मीरी आतंकियों द्वारा उनकी बेटी के अपहरण की घटना और केंद्र की मदद  

वहीं भाजपा के कद्दावर नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोज को आइना दिखाते हुए करारा जवाब दिया है। स्वामी ने कहा है कि जब सोज केंद्र में मंत्री थे और जेकेएलएफ ने सोज की बेटी का अपहरण कर लिया था। तब भारत सरकार ने उनको मदद दी थी।

स्वामी ने कहा है कि ऐसे लोगों की मदद का कोई फायदा नहीं है। स्वामी ने कहा कि जो भी यहां रहना चाहता है वह संविधान को मानकर यहां रह सकता है और जिसे परवेज मुशर्रफ पसंद है उसका एक तरफ का टिकट (पाकिस्तान के लिए) कटवा दिया जाना चाहिए।

दरअसल, सोज कश्मीर में कांग्रेस के बड़े नेता माने जाते हैं। शुक्रवार को वह अलगाववादियों के पक्षकार बनकर बोलते नजर आए। इतना ही नहीं सोज ने परवेज मुसर्रफ के एक बयान से भी सहमति जाहिर की है। सोज की यह हरकत चुनावी साल में कांग्रेस के लिए दिक्कत बढ़ा सकती है।