समरनीति न्यूज, बांदा : जिले में दुष्कर्म का शिकार एक 17 साल की किशोरी लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। लड़की के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी से करीब 10 साल पहले गांव के ही युवक ने दुष्कर्म किया था। उसे 7 साल की सजा हुई थी। अब सजा पूरी होने पर जेल से रिहा हो गया। जेल से आकर फिर से युवक पीड़िता को परेशान कर रहा था। इसी से तंग आकर उसने जान दे दी है। वहीं दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि मां की डांट से क्षुब्ध होकर लड़की ने फांसी लगाई है। बहरहाल, मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना है।
पुलिस बोली, मां की डांट वजह
बताया जाता है कि जिले के पैलानी थाना क्षेत्र के एक गांव में मंगलवार की रात एक किशोरी लड़की ने घर में अटारी से रस्सी बांधकर फांसी लगा ली। देर रात तक उसकी आहट न मिलने पर परिवार के लोगों ने जाकर देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के बाद शव को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
क्या है लड़की के पिता का आरोप
लड़की के पिता का आरोप है कि करीब एक दशक पहले गांव के ही युवक ने उनकी बेटी से दुष्कर्म किया था। पुलिस ने युवक को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। दोष सिद्ध होने पर उसे कोर्ट से 7 साल की सजा हुई थी। कुछ दिन पहले वह युवक जेल से रिहा हो गया था।
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युवक फिर से उनकी बेटी को परेशान करने लगा था। पीड़ित पिता का कहना है कि जहां भी वह बेटी की शादी की बाद करते थे, आरोपी युवक रिश्ता तय नहीं होने देता था। वहां पुरानी घटना बता देता था। मृतका के पिता ने आरोप लगाया कि इसी से तंग आकर उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है।
क्या बोल रही पुलिस
खप्टिहा पुलिस चौकी इंचार्ज दिनेश कुमार का कहना है कि लड़की ने अपनी मां की डांट से क्षुब्ध होकर फांसी लगाई है। चौकी इंचार्ज ने कहा है कि लड़की का पिता दिव्यांग है। काम नहीं कर पाता है। घर की स्थिति ठीक नहीं है और मां भी मजदूरी करता है। कहा कि बेटी भी मजदूरी करती थी।
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