समरनीति न्यूज, बिजनौरः सत्ता और खाकी के बीच अहम की लड़ाई कोई नई बात नहीं है। ऐसा ही एक मामला पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में देखने को मिला है, जहां एक पब्लिक प्रोग्राम में दो दरोगा पहुंचे थे। दोनों वहां कुर्सी पर बैठे थे, तभी क्षेत्र की महिला विधायक भी कार्यक्रम में शामिल होने वहां पहुंच गईं। विधायक को देखने के बाद भी दोनों दरोगा न तो सम्मान में कुर्सी से उठे और न ही विधायक को दुआ-सलाम करना मुनासिब समझा। आम जनता के सामने खुद के प्रति पुलिस के दरोगाओं का यह बर्ताव क्षेत्रीय भाजपा विधायक को नगवार गुजरा। मामले एसपी तक पहुंचा। एसपी ने जन प्रतिनिधि का सम्मान न करने के मामले में कार्रवाई करते हुए दोनों दरोगाओं को लाइन हाजिर कर दिया। मामले चर्चा का विषय बना हुआ है।
कार्यक्रम में पहुंचीं थीं भाजपा विधायक कमलेश
यह घटनाक्रम बिजनौर जिले के चांदपुर कस्बे का है। बताया जाता है कि एक कार्यक्रम में विधायक कमलेश सैनी अथिति के रूप में पहुंची। वहां पहले से मौजूद चांदपुर थाने में तैनात दरोगा गजेंद्र सिंह और जयवीर मान मौजूद थे और दोनों कुर्सियों पर बैठे हुए थे। बताते हैं कि जनप्रतिनिधि के आने के बावजूद दोनों दरोगा न तो उनके सम्मान में कुर्सियों से उठे और न ही विधायक से कोई नमस्ते की। वहां मौजूद लोगों को भी दरोगाओं का यह व्यवहार काफी अटपटा सा लगा। विधायक दरोगाओं के पास से गुजरती हुईं आगे बढ़ गईं।
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बाद में विधायक ने खुद के साथ हुए इस अपमानजनक व्यवहार की शिकायत बिजनौर के पुलिस अधीक्षक संजीव त्यागी से शिकायत की। एसपी त्यागी ने जनप्रतिनिधि के प्रति पुलिस के इस व्यवहार को गंभीरता से लिया और दोनों दरोगाओं को लाइनहाजिर कर दिया। साथ ही जिला पुलिस को आदेश दिए हैं कि जनप्रतिनिधियों के प्रति सम्मान से पेश आएं। अन्यथा निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। कहा कि जनप्रतिनिधि जो भी समस्याएं बताते हैं उनको ध्यान से सुनें और निस्तारण करें। कहा कि भविष्य में चांदपुर जैसी घटना की पुनरावृत्ति होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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