समरनीति न्यूज, लखनऊः प्रदेश में बढ़ते अपराध को रोकने को जूझ रही योगी सरकार ने नया फार्मूला अपनाया है। अब सभी जिलों में प्रभारी मंत्रियों की तर्ज पर प्रभारी आईजी-डीआईजी भी होंगे। ये अधिकारी जिलों में अपराधों के ग्राफ की समीक्षा के साथ ही उनपर रोकथाम की दिशा में कदम उठाएंगे। साथ ही सरकार को भी सही स्थिति से अवगत कराएंगे। ऐसा माना जा रहा है कि इस कदम से निश्चित रूप से बढ़ते अपराधों पर लगाम कसेगी। जिन अधिकारियों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसकी सूची नीचे दी जा रही है।
इन अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
अपराध नियंत्रण की दिशा में योगी सरकार की यह अलग तरह की पहल मानी जा रही है। इस नए फार्मूले के तहत एडीजी, आइजी और डीआइजी के पदों पर तैनात अधिकारियों को नोडल अफसर बनाया गया है। सभी अधिकारी जोन में एडीजी तथा रेंज में आईजी के साथ प्रत्येक जिले में अपराध और अपराधियों पर नजर रखेंगे। बताते चलें कि इस दिनों पुलिस के लगातार बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराने के बावजूद आपराधिक वारदातों का ग्राफ लगातार उपर जा रहा है। पुलिस वारदातों को रोकने में नाकाम साबित हो रही है।
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