समरनीति न्यूज, कानपुरः आज शुक्रवार सुबह कानपुर पुलिस के आईजी मोहित अग्रवाल और एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बीते 28 दिनों से चर्चा का विषय बने पैथालॉजी कर्मी संजीत यादव के अपहरणकांड का दुखद खुलासा किया। संजीत का अपहरण उसी के दोस्तों ने जन्मदिन पार्टी के बहाने बुलाकर किया था। बाद में भागने की कोशिश करने पर संजीत की हत्या करके उसके शव को पांडु नदी में फेंक दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या के बाद परिवार को फिरौती की रकम के लिए फोन किया।
एक महिला समेत अपहरणकांड में पांच दोस्त गिरफ्तार
पुलिस ने अपने खुलासे में एक महिला समेत अपहरणकांड में शामिल पांच दोस्तों को मीडिया के सामने लाकर वारदात का खुलासा किया। उनसे पूछताछ के आधार पर पूरा घटनाक्रम भी बताया है।
पुलिस लाइन में शुक्रवार सुबह पत्रकार वार्ता में एसएसपी दिनेश कुमार पी ने संजीत अपहरणकांड का खुलासा किया। बताया कि इस दौरान एक महिला समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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आरोपियों की पहचान दबौली के रहने वाले ईशू उर्फ ज्ञानेंद्र यादव, सरायमीता, कच्ची बस्ती के रहने वाले कुलदीप गोस्वामी, गज्जापुरवा का रहने वाला नीलू सिंह, अंबेडकर नगर गुजैनी का निवासी रामजी शुक्ला और कौशलपुरी की प्रीती शर्मा के रूप में हुई है।
बताते हैं कि ज्ञानेंद्र और कुलदीप संजीत के साथ एक पैथालाजी में काफी पहले काम कर चुके थे और तभी से उनके बीच जान-पहचान थी। 22 जुलाई को कुलदीप ने संजीत को चार बार मोबाइल पर काॅल की। आखिरी बार शाम को पौने आठ बजे काल की।
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उसने संजीत को जन्मदिन पार्टी के बहाने धनवंतरी अस्पताल के पास बुलाया। बाइक से वहां गए संजीत को सभी चारों लोग नहरिया के पास मिले। वहां नीलू ने उससे बाइक ली। संजीत को कार में लेकर चारों वहां से चले। बताते हैं कि कार ज्ञानेंद्र की थी।
रास्ते में सभी ने शराब और बीयर खरीदी। एसएसपी ने बताया कि तात्याटोपे नगर इलाके में अंडे और चिप्स भी खरीदे। सभी ने कार में बैठकर शराब पीते हुए योजनाबद्ध तरीके से संजीत की शराब में बेहोशी की दबाई मिला दी।
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कार में उसके बेहोश होने के बाद उसे रतनलाल नगर स्थित एक किराए के कमरे पर ले गए। वहां उसे नशे के इंजेक्शन लगाकर बंधक बनाए रखा। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया है कि बीती 26 जून की रात संजीत ने भागने की कोशिश की थी।
इसपर सभी ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी। फिर शव को प्लास्टिक की बोरी में भरकर पांडु नदी पुल पर ले जाकर उसे नदी में फेंक दिया। इसके तीन दिन बाद 29 जून को संजीत के परिवार के लोगों से संपर्क करके फिरौती की रकम मांगी। पुलिस ने पांचों की निशानदेही पर संजीत की बाइक तात्याटोपे नगर तिराहे के नजदीक झाड़ियों में पड़ी बरामद की है। वहीं पीएसी के गोताखोर शव की तलाश के लिए पांडु नदी में उतरे हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।
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