Wednesday, May 1सही समय पर सच्ची खबर...

योगी आदित्यनाथ बोले, हिंदू और सिखों में दरार डालने की कोशिश कर रहे कुछ लोग, नहीं होंगे सफल

समरनीति न्यूज लखनऊः राजधानी लखनऊ में राजभवन पास विश्वेसरैया हॉल में गुरू नानक देव के 550 वें प्रकाश पर्व के मौके पर सिख सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा ने सिख समाज के लोगों को संबोधित किया।

सिख समुदाय के सम्मेलन में बोले सीएम 

इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हिंदू और सिख परिवारों में कोई अंतर नहीं है। कहा कि केसरिया सिख परंपरा का ध्वज है और यह ध्वज कोई भी बसपाई, कांग्रेसी या सपाई नहीं फहरा सकता। इसे कोई भाजपाई ही फहरा सकता है। कहा कि हम जैसे लोग ही इसे लगा सकते हैं। सीएम योगी ने कहा कि हिंदूओं और सिखों के बीच में दरार डालने की कोशिश हो रही है।

ये भी पढ़ेंः कानपुर में सिख तीर्थ यात्रियों को संगत ने दी लंगर सेवा

ऐसे लोग सफल नहीं होंगे। कहा कि आज अफगानिस्तान में सिर्फ 100 सिख बचे हैं और उनकी स्थिति दयनीय है। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में सिख समाज को हाथ फैलाने की जरूरत नहीं। सिख खुद में सबल हैं।

हिंदू राज्य तक सुरक्षित थे सिख और हिंदू 

मुख्यमंत्री योगी ने संबोधन में कहा कि जबतक कश्मीर में हिंदू राज्य था तबतक हिंदू और सिख दोनों ही सुरक्षित थे। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में आठ मेडिकल कॉलेजों का निर्माण हो रहा है। इनमें से कोई एक संस्था गुरू नानक देव जी के नाम पर बनाई जाएगी। सीएम ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह और गुरू तेग बहादुर सिंह जी के नाम पर भी संस्था जरूर बनेगी।

ये भी पढ़ेंः लखनऊ में बदमाशों ने दिनदहाड़े गैस एजेंसी के कैशियर की गोली मारकर हत्या कर लूटे 10 लाख

वहीं डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि 1984 के दंगे के अपराधियों का दंड यही है कि वे जिंदगी में कभी सत्ता में वापस ना आ पाएं। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बनने में सिख समाज का बड़ा योगदान है। इस दौरान लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के राजेंद्र सिंह बग्गा ने औलख को कैबिनेट मंत्री बनाने की मांग की। इस मौके पर राज्य मंत्री औलख ने योगी आदित्यनाथ को अवतारी पुरुष बताया।