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फतेहपुर में यमुना से मिले दरोगा-सिपाही और नाविक के शव

In Fatehpur district, police constable, body of the sailor met Yamuna after 16 hours

समरनीति न्यूज, कानपुरः फतेहपुर जिले में अपने कर्तव्य डगर एक दरोगा और सिपाही ने प्राण न्यौछावर कर दिए। साथ ही नाव चला रहे नाविक की भी जान चली गई। तीनों के शव आज रविवार सुबह 16 घंटे बाद यमुना नदी से बरामद कर लिए गए हैं। बीती रात से पुलिस शवों की तलाश में जुटी थी। शवों के मिलने के साथ ही महकमे के सभी लोगों की आंखें नम हो गईं। आसपास के गांव के लोग भी गमगीन हो गए।

नाव पलटने से हुआ था हादसा

फतेहपुर जिले के किशुनपुर जिले में शनिवार देर शाम को उस वक्त हादसा हुआ था जब चौकी इंचार्ज अपने हमराही सिपाही के साथ यमुना पार नाव से गश्त पर लाकडाउन की स्थिति देखने जा रहे थे। बीच मझदार में नाव के पहुंचने के बाद तेज हवा में नाव अनियंत्रित होकर पलट गई थी। इससे दोनों पुलिस कर्मी और नाविक भी डूब गया था। तभी से पुलिस, पीएएसी और प्राइवेट गोताखोर उनकी तलाश में जुटे थे। आज सुबह उनके शव बरामद हुए।

यह था पूरा घटनाक्रम

बताया जाता है कि कि लाकडाउन का अनुपालन कराने किशुनपुर के चंदापुर चौकी इंचार्ज रामजीत यादव व सिपाही शशिकांत और निर्मल यादव नाव से गश्त करने निकले थे। इनको बांदा की ओर वाले छोर की ओर पहुंचना था। इस नाव को मछुआरा रवी नाम का व्यक्ति चला रहा था। बताते हैं कि वापस लौटते वक्त बेहद तेज हवा में छोटी नाव बीच मझधार नदी में पलटा खा गई।

In Fatehpur district, police constable, body of the sailor met Yamuna after 16 hours

हादसे में चौकी इंचार्ज और सिपाही शशिकांत तथा नाविक रवी डूब गए। वहीं सिपाही निर्मल किसी तरह तैरकर बाहर निकल आए। उनके द्वारा थाने पर इसकी जानकारी दी गई। बताया जा रहा है कि शहीद दरोगा रामजीत याव जौनपुर जिले के रहने वाले थे। वहीं सिपाही शशिकांत, गाजीपुर जिले के कासमाबाद के रहने वाले थे। वहीं नाविक रवि संगोलीपुर मड़ैयन गांव का रहने वाले थे।

पहले मिला नाविक का शव

घटना की सूचना से प्रशासन में हड़कंप मच गया था। जिलाधिकारी संजीव सिंह, एसपी प्रशांत वर्मा ने मौके पर पहुंचकर तलाश शुरू करा दी थी। बाद में तेज बहाव के बीच तीन जाल डलवाए गए। साथ ही रात 11 बजे तक कामयाबी न मिलने पर एसपी वर्मा ने एनडीआरएफ और पीएसी के गोताखोरों को भी बुलाया। देर रात रेस्कयू बंद कर दिया गया। सुबह 5 बजे फिर रेस्कयू शुरू हुआ। सुबह करीब आठ बजे नाविक रवि का शव मिला। आधा घंटे बाद चौकी इंचार्ज और फिर सिपाही के भी शव मिल गए। हालांकि, सिपाही की सरकारी राइफल अभी नहीं मिली है। गोताखोरों की टीम राइफल की तलाश कर रही है।

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