समरनीति न्यूज, बांदाः अवैध खनन का मामले बुंदेलखंड में कोई नई बात नहीं है लेकिन बांदा जिले के कालिंजर में अब वनविभाग के कुछ लोगों की मिलीभगत से वनक्षेत्र में अवैध खनन का मामला प्रकाश में आया है। अभी तक हरे पेड़ों की अंधाधुंध कटान को लेकर बदनाम कालिंजर, गिरवां और नरैनी का वनक्षेत्र अब अवैध खनन को लेकर भी चर्चाओं में आ रहा है।
सूत्रों की माने तो कालिंजर थाना क्षेत्र के अंतगर्त आने वाले वन क्षेत्र में एमपी बार्डर पर खुलेआम अवैध खनन कराया जा रहा है। बताया जाता है कि अवैध खनन का यह सिलसिला वनविभाग की मिलीभगत से कई महीनों से चल रहा है। अवैध खनन का यह गौरखधंधा वनविभाग के संरक्षण में कालिंजर बार्डर, सतना रोड पर स्थित सुखना नाले में चल रहा है। इस नाले के क्षेत्र में कई टन बालू पड़ी है जिसे अवैध रूप से उठवाया जा रहा है।
बताते चलें कि बांदा का वन विभाग पौधरोपण में धांधली और हरे पेड़ों की अवैध कटान के लिए बदनाम है। नरैनी, कालिंजर, चित्रकूट और मध्यप्रदेश के बार्डर पर बड़े पैमाने पर हरे पेड़ों की कटान कराई जाती है। अगर इस कटान की जांच करा ली जाए तो वन विभाग में तैनात कई अधिकारी और कर्मचारी कार्रवाई के लपेटे में आ जाएंगे।