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UP : बांदा में एमपी की मल्होत्रा एंड कंपनी करा रही अवैध खनन, हजारों अवैध ट्रकों की रोज होती है एंट्री

Illegal mining bundelkhand
सांकेतिक फोटो।

समरनीति न्यूज, बांदा : माफिया अतीक अहमद हो या मुख्तार अंसारी। दोनों को लेकर बुंदेलखंड और यहां का बांदा जिला काफी चर्चा में रहा। दोनों के बाद बांदा में एक और नाम है जो सबसे ज्यादा चर्चा में है। वह नाम है मध्य प्रदेश के बालू किंग कहे जाने वाले मल्होत्रा का। ‘मल्होत्रा एंड कंपनी’ का बालू किंग मल्होत्रा का सिंडीकेट इस समय पूरे बुंदेलखंड में छाया है।

गिरवां, मटौंध, नरैनी और कोतवाली क्षेत्र से होती अवैध एंट्री

इस सिंडीकेट के एक इशारे पर बुंदेलखंड के बांदा के गिरवां, मटौंध, नरैनी, शहर कोतवाली और आसपास के क्षेत्रों से रोज सैकड़ों बालू लदे ट्रक-डंफर की अवैध निकासी होती है। साथ ही कई खदाने लेकर लिफ्टर से अवैध खनन कराया जा रहा है। मल्होत्रा सिंडीकेट के गुर्गों ने बांदा में डंप की आड़ में खदानों से लिफ्टर के जरिए बालू निकालने का काम भी शुरू कर दिया है। वहीं जिले के संबंधित अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं।

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दरअसल, मध्य प्रदेश का यह ‘मल्होत्रा बालू सिंडीकेट’ बांदा बार्डर से एमपी के अवैध बालू खनन के ओवरलोड हजारों ट्रकों की यूपी में एंट्री कराता है। रोज सैकड़ों ट्रक यूपी में घुसते हैं।

खनिज, RTO और पुलिस विभाग में गुर्गों की गहरी पैठ

इतना बड़ा खेल बिना आरटीओ विभाग और खनिज विभाग के साथ-साथ पुलिस की मिलीभगत के संभव नहीं है। लोकसभा चुनाव 2024 होने के बाद यह काला धंधा और तेज हो गया है।

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मल्होत्रा सिंडीकेट के गुर्गों की यूपी के सरकारी सिस्टम में गहरी पैठ है। खासकर बांदा-बुंदेलखंड के बाकी जिलों में खनिज विभाग, आरटीओ विभाग और दूसरे सरकारी विभागों में उसकी तूती बोलती है।

ASP हो चुके सस्पेंड, कोतवाल-दरोगाओं पर FIR, फिर भी..

मल्होत्रा बालू सिंडीकेट के गुर्गों ने पूरा सिस्टम संभाला हुआ है। यह सिंडीकेट कितना हावी है, इसका अंदाजा इस बात से लगाइये कि बांदा के एक अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र चौहान इसी मामले में सस्पेंड हो चुके हैं। कई खनिज अधिकारी हट चुके हैं। गिरवां के तत्कालीन इंस्पेक्टर बलजीत सिंह समेत एक अधिकारी और दरोगाओं पर हाल ही में बांदा कोतवाली में मुकदमा हो चुका है। जांचें चल रही हैं। इसके बावजूद एमपी से अवैध बालू लदे ओवरलोड ट्रकों की एंट्री रुकी नहीं है।

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