समरनीति न्यूज, बांदा : बांदा में खुले होल अनहोनीको दावत दे रहे हैं। शहर में कई जगहों पर खुले होल और कूड़े के ढेर लगे मिल जाएंगे। इन हालात में स्वच्छता अभियान भी कागजों में सिमटा नजर आ रहा है। नगर पालिका की भूमिका दम तोड़ती दिख रही है। नगर पालिका के जिम्मेदार जनमानस से जुड़े ऐसे मामलों में चुप्पी साधे हैं।
अनहोनी हुई तो जिम्मेदार होगा कौन..?
बांदा में जेल रोड पर जिला शासकीय अधिवक्ता विजय बहादुर सिंह के घर के पास खुला होल अनहोनी को दावत दे रहा है। बताते हैं कि स्थानीय लोगों के बार-बार कहने पर भी नगर पालिका की आंखें नहीं खुल रही हैं। इतना ही नहीं ईओ से लेकर अध्यक्ष प्रतिनिधि तक को ध्यान दिलाया जा चुका है।
फिर भी कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। दरअसल, यह होल नाले के ऊपर की पटिया टूटने से हो गया है। कई महीनों से ऐसे ही हालात हैं। जिला शासकीय अधिवक्ता विजय बहादुर सिंह के घर के ठीक सामने है।
ईओ से लेकर अध्यक्ष तक पहुंच चुकी बात
इस मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता श्री सिंह ने कहा कि उन्होंने नगर पालिका के ईओ को कई बार कहा है। पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि से भी कहा गया है। दोनों ने काम कराने की बात कही। लेकिन इसके बावजूद अबतक स्थिति जस की तस है।
आपको बताते चलें कि यह रोड बेहद व्यस्त है। दिनभर आगमन रहता है। रात में भी लोग गुजरते हैं। जेल अधिकारी और स्वराज कालोनी व क्योटरा के लोग बड़ी संख्या में इसी रास्ते से आते-जाते हैं। इतना ही नहीं स्कूली बच्चों के अलावा कचेहरी आने-जाने वाले लोग यहीं से आते-जाते हैं। इस सब के बावजूद
ये भी पढ़ें : UP : बांदा में बैंक मैनेजर समेत 5 पर धोखाधड़ी का मुकदमा, छात्र ने लगाए ये गंभीर आरोप..
नगर पालिका के अधिकारियों की लापरवाही समझ से परे है। सवाल उठता है कि अगर कोई अनहोनी हो गई तो इसका जिम्मेदार कौन होता। आवास विकास में भी इसी तरह एक पूर्व विधायक के घर के पास नाली की पट्टिया खुली पड़ी है।
ये भी पढ़ें : बांदा में एनसीसी कैडेट छात्रा से छेड़छाड़, मार्निंग वाॅक पर 3 शोहदों ने दबोचा, फिर..