समरनीति न्यूज, बांदा : जिले के पैलानी थाना क्षेत्र से शुक्रवार देर शाम एक बडी़ घटना सामने आई है। पैलानी बालू खदान पर ढीला धंसने से तीन मजदूरों की मौत हो गई। घटना से हड़कंप मच गया। परिवार के लोग जानकारी मिलने पर खदान पर पहुंचे और शव को उठाकर सड़क पर ले आए। वहां परिजनों ने शव रखकर जाम लगा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि खनिज विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से नियमों को ताक पर रखकर खदान में खनन हो रहा था। इसी के चलते हादसा हुआ। करीब पिछले तीन घंटे से बांदा-भरुआ मार्ग पर जाम लगा हुआ है। अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र चौहान, एडीएम, सीओ और एसडीएम लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। एएसपी महेंद्र चौहान का कहना है कि लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। देर रात 3 बजे तक जाम की स्थिति बनी रही। तब मामला सुलटा।
मौके पर अधिकारी ग्रामीणों को शांत करने में जुटे
बताया जाता है कि पैलानी थाने के नजदीक केन नदी के किनारे खदान पर खनन चल रहा था। आज शुक्रवार शाम कई मजदूर फावड़े से खुदाई कर बालू ट्रैक्टर पर लोड कर रहे थे।
बताते हैं कि मशीनें भी वहां मौजूद थीं। लोगों का कहना है कि सुरंग टाइप बनाकर गहराई से बाालू निकाले की कोशिश में खदान का ऊपरी हिस्सा भरभराकर गिर गया। बालू के नीचे दबकर तीन मजदूरों की मौत हो गई। जिनको बाद में आसपास काम कर रहे दूसरे मजदूरों ने बाहर निकाला।
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मजदूरों की पहचान महेश (27) पुत्र रामशरण, चिड़ीबाज (22) पुत्र गजराज और बंटू (18) पुत्र चुन्नू निवासीगण कुकुवाखास (पैलानी) के रूप में हुई है। घटना की जानकारी होते ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण, मृतकों के परिजनों के साथ खदान पहुंच गए। परिजनों और ग्रामीणों ने शवों को बांदा-भरुआ मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर जिला मुख्यालय से अपर पुलिस अधीक्षक, एडीएम संतोष बहादुर सिंह, एसडीएम व क्षेत्राधिकारी मौके पर पहुंचे। अपर जिलाधिकारी संतोष बहादुर सिंह भी व अपर पुलिस अधीक्ष महेंद्र सिंह चौहान भी मौके पर पहुंच गए।
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