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बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को लेकर मंडल के चारों जिलों में काम तेज, दिसंबर में शिलान्यास की संभावना

प्रतिकात्मक फोटो।

समरनीति न्यूज, लखनऊ/बांदाः पूरे बुंदेलखंड को दिल्ली समेत देश के लगभग सभी महानगरों से जोड़ने वाली परियोजना बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। बताया जाता है कि इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई लगभग 294 किमी होगी। इस बनाने में करीब 14 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे।बुंदेलखंड के बांदा, महोबा और हमीरपुर के अलावा चित्रकूट जिले इसमें शामिल होंगे। इस एक्सप्रेस-वे के दायरे में आने वाले गांवों के जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया के लिए राजस्व विभाग ने जिलास्तर पर काम शुरू कर दिया है।

294 किमी लंबा और लागत 14000 करोड़ 

बताया जाता है कि महोबा व चित्रकूट जिलों में भूमि अधिग्रहण का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। अब हमीरपुर और बांदा जिले के लिए तैयारी चल रही है।बताते चलें कि बांदा जिले के लगभग 49 गांव इस एक्सप्रेस-वे से सीधेतौर पर जुड़ेंगे। बुंदेलखंड को दिल्ली तक तेज रफ्तार परिवहन से जोड़ने के लिए सरकार ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को मंजूरी दी थी।

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इस मार्ग का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की स्मृति में ‘अटल पथ’ रखा जाएगा। 14000 करोड़ बजट वाली यह परियोजना में निजी सहभागिता से पूरी होगी। इसमें हाई ब्रिड मॉडल से काम होगा। डेवलपर को लगभग 60 प्रतिशत को पूंजी लगानी होगी। बाकी 40 फीसदी सरकार खर्च करेगी।

‘अटल पथ‘ होगा एक्सप्रेस-वे का नाम

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे 4 लेन का होगा। इसमें शामिल होने वाले गांवों की सूचना व वहां जमीन अधिग्रहण से संबंधित जानकारी प्रकाशित कराई जाएगी। फिलहाल चित्रकूट जिले से इसका प्रकाशन भी हो चुका है।

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यहां 49 गांवों के लगभग 100 से ज्यादा किसानों की जमीने खरीदी जाएंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का काम 2019 से पहले शुरू करने के सख्त निर्देश दिए हैं।

दिसंबर में शिलान्यास की संभावना

हांलाकि लोकसभा चुनाव की अधिसूचना के मद्देनजर माना जा रहा है कि एक्सप्रेस-वे की घोषणा और शिलान्यास अगले दिसंबर माह में हो सकता है। इसी के मद्देनजर प्रशासन पूरी तैयारी करने में जुटा है।

3000 करोड़ रुपए मुआवजा 

लगभग 294 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण पर जमीन का मुआवजा लगभग 3000 करोड़ रुपये देना होगा। इसके अलावा एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लगभग 11,000 करोड़ खर्च होंगे। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे झांसी से शुरू होकर औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट पहुंचेगा। इटावा से होकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे में जुड़ जाएगा।