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सावरकर को पढ़ेंगे यूपी बोर्ड के विद्यार्थी, साथ में इन महापुरुषों की जीवनगाथाएं भी..

For the first time : Camp will be organized from June 12 to improve UP board marksheet

आशा सिंह, लखनऊ : यूपी बोर्ड के विद्यार्थी अब विनायक दामोदर सावरकर की जीवन गाथा को भी पढ़ेंगे। दरअसल, बोर्ड ने पाठ्यक्रम में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। करीब 50 महारुषों की जीवन कथा को बोर्ड के पाठ्यक्रम में जोड़ा गया है। इन जीवन गाथाओं को 9वीं से 12वीं तक के नैतिक शिक्षा विषय में जोड़ा गया है।

पाठ्यक्रम में शामिल हुईं 50 महापुरुष की जीवन कथाएं

सावरकर के अलावा महावीर जैन, पं. दीन दयाल उपाध्याय, भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय, राजा राम मोहन राय, सरोजनी नायडू, अरविंद घोष और नाना साहब की जीवन कथा भी बोर्ड पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगी। नैतिक, योग, खेल एवं शारीरिक शिक्षा विषय में शामिल इन महापुरुषों की जीवन कथाएं जुलाई में स्कूलों के खुलने पर पढ़ाई जाएंगी।

बोर्ड ने 9वीं से 12वीं तक नैतिक शिक्षा विषय में जोड़ा

दरअसल, बोर्ड की वेबसाइट पर इन पाठ्यक्रमों में महापुरुषों के नाम शामिल कर जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही यूपी बोर्ड के 27 हजार से ज्यादा राजकीय, सहायता प्राप्त और वित्तविहीन स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक के लगभग 1 करोड़ से अधिक विद्यार्थी इन महापुरुषों की जीवनगाथा से रूबरू होंगे।

9वीं के पाठ्यक्रम में शामिल महापुरुष

चंद्रशेखर आजाद, ज्योतिबा फूले, बिरसा मुंडा, बेगम हजरत महल, वीर कुंवर सिंह, ईश्वरचंद्र विद्यासागर, गौतम बुद्ध, छत्रपति शिवाजी, विनायक दामोदर सावरकर, विनोबा भावे, श्रीनिवास रामानुजन और जगदीश चंद्र बोस।

10वीं के पाठ्यक्रम में शामिल महापुरुष

महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद, रोशन सिंह, सुखदेव, मंगल पांडेय, लोकमान्य तिलक, खुदी राम बोस।

11वीं के पाठ्यक्रम में शामिल महापुरुष

भगत सिंह, महाबीर जैन, महामना मदन मोहन मालवीय, राम प्रसाद बिस्मल, भीमराव अंबेडकर, सरदार वल्लभ भाई पटेल, पं. दीन दयाल उपाध्याय, अरविंद घोष, राजा राम मोहन राय, सरोजन नायडू, नाना साहब, महर्षि पतंजलि, शल्य चिकित्सक सुश्रुत, डॉ. होमी जहांगीर भाभा।

12वीं के पाठ्यक्रम में शामिल महापुरुष

रामकृष्ण परमहंस, महाराणा प्रताप, लाल बहादुर शास्त्री, राजगुरू, रवींद्रनाथ टैगोर, गणेश शंकर विद्यार्थी, रानी लक्ष्मी बाई, बंकिम चंद्र चटर्जी, आदि शंकराचार्य, गुरु नानक देव, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, रामानुजाचार्य, पाणिनी, आर्यभट्ट और सीवी रामन।

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