समरनीति न्यूज, डेस्कः समाजवादी पार्टी के रामपुर सांसद आजम खां को रामपुर प्रशासन ने भू-माफिया घोषित कर दिया है। आजम पर 1 सप्ताह के भीतर जमीन कब्जाने के 13 मुकदमें दर्ज हो चुके हैं। आजम पर जौहर यूनिवर्सिटी के लिए किसानों की जमीनें कब्जाने के आरोप हैं और प्रशासन इसमें कार्रवाई कर रहा है। अब एसडीएम की ओर आजम का नाम यूपी एंटी भू माफिया पोर्टल पर दर्ज हुआ है। सपा सांसद आजम पर एक सप्ताह में जो 13 मुकदमें हुए हैं उनमें से एक मुकदमा प्रशासन की ओर से भी 12 जुलाई को लिखाया गया है। इसमें कहा गया है कि आजम ने जौहर यूनिवर्सिटी में 26 किसानों की जमीन अवैध रूप से कब्जा करके मिला ली है। किसानों ने भी मुकदमें दर्ज कराए हैं।
तत्कालीन सीओ आले हसन खां पर किसानों को धमकियां देने का आरोप
इतना ही नहीं तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक रहे आले हसन खां ने किसानों को जमीनें न देने पर धमकियां दी थीं कि उनको (किसानों को) चरस-अफीम में जेल भेज देंगे। उधर, इस मुकदमे के दर्ज होते ही रातों-रात जौहर यूनिवर्सिटी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी बने आले हसन के घर पर भी छापा मारा। हालांकि आले हसन पुलिस के हाथ नहीं लगा। पुलिस ने उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया था। प्रशासन की इस कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है।
प्रशासन ने कहा, शासनादेश के तहत कार्रवाई, आजम ने आरोप छूटे बताए
मामले में रामपुर के एसडीएम (सदर) प्रेम प्रकाश तिवारी ने मीडिया को बताया है कि आजम खां का नाम भू-माफिया पोर्टल पर दर्ज कराया है। कहा कि इसके बाद आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी। इसी तरह रामपुर के जिला अधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने कहा कि शासनादेश के अनुसार जो लोग अवैध कब्जे करने के आदी हैं और कब्जे छोड़ने को तैयार नहीं होते हैं, उनको भू-माफिया घोषित किया जाता है। उधर, सपा सांसद आजम खां ने कहा है कि आरोप फर्जी हैं। यह कार्रवाई बदले की भावना से की जा रही है।
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