समरनीति न्यूज, बांदा : बांदा मेडिकल कालेज सभागार में अविरल जल अभियान के अंतर्गत गोष्ठी व सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। इसकी अध्यक्षता भारत सरकार की नेशनल वाटर मिशन की निदेशक एवं अपर सचिव अर्चना वर्मा ने की। गोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पानी के बिना जीवित नहीं रहा जा सकता, इसलिए जल संचय अतिआवश्यक है। उन्होंने कहा कि बांदा डार्क जोन में है, इसलिए जल संचय के विभिन्न उपायों को अपनाना बेहद जरूरी है।
सम्मान पाकर खिले प्रधानों के चेहरे
उन्होंने कहा कि जल के महत्व को देखते हुए ही प्रधानमंत्री ने जलशक्ति मंत्रालय का गठन किया है। कार्यक्रम में पद्मश्री उमाशंकर पांडे, जलशक्ति राज्यमंत्री, बांदा-चित्रकूट सांसद ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कहा कि खटान एवं अमलीकौर पाइप पेयजल योजना से बबेरू से कालिंजर एवं उसके आगे तक पानी पहुंचाने का कार्य जारी है।
आयुक्त-डीएम ने भी किया संबोधित
कहा कि आने वाले समय में पेयजल योजना इतिहास रचेगी। आयुक्त चित्रकूटधाम मंडल आरपी सिंह ने कहा कि अविरल जल अभियान के तहत जल संचयन का काम चल रहा है।
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जिलाधिकारी श्रीमती दुर्गाशक्ति नागपाल ने कहा कि अविरल जल अभियान की शुरुआत 1 मई 2023 को हुई। इसके तहत बूंद-बूंद पानी का संरक्षण जारी है। कार्यक्रम में उत्कृष्ठ काम करने वाले ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, तकनीकी सहायक को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इनमें पतौरा ग्राम प्रधान विनीता त्रिपाठी, प्रमोद द्विवेदी, कमला प्रधान कोर्रा को प्रमाणपत्र दिए गए। उधर, अपर सचिव भ्रमण के दौरान पैलानी के नंदन वन, ग्राम पल्हरी में मेडबंदी का निरीक्षण किया। साथ ही ग्राम बड़ोखर खुर्द में अमृत सरोवर एवं सोकपिट निर्माण का स्थलीय निरीक्षण किया।
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