समरनीति न्यूज, डेस्कः देश के बंटवारे को लेकर धर्मगुरू दलाई लामा के बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं। हांलाकि दलाई लामा अपने इस बयान के लिए माफी मांग चुके हैं। फिर भी भाजपा ऐसे में इतिहास के इस अहम घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस पर हमले का कोई मौका चूकना नहीं चाहती है। यही वजह है कि भाजपा के मंत्री अभी तक इस मामले में मुखर हैं।
दलाई लामा के देश के बंटवारे पर दिए बयान पर मचा है बवाल
ऐसे मौके पर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने अपने पंडित नेहरू और महात्मा गांधी विरोधी बयान पर डटे हैं। विज ने महात्मा गांधी की भूमिका पर सवाल खड़ा कर दिया है। दरअसल, भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल विज पंडित नेहरू को देश का प्रधानमंत्री बनाये जाने के खिलाफ हैं।
ये भी पढ़ेंः अब सोज ने कश्मीर पर उगला जहर, सुब्रमण्यम स्वामी ने दिया करारा जवाब
मीडिया कर्मियों से बातचीत में अनिल विज ने कहा है कि ‘दलाई लामा के कहने से, और फिर माफी मांग लेने से इतिहास नहीं बदल सकता। बिज ने कहा कि यह हकीकत है कि कोई भी और देश का प्रधानमंत्री बनता तो शायद देश के टुकड़े नहीं होते। कहा कि तब पाकिस्तान नहीं बनता और कश्मीर की समस्या भी पैदा नहीं होती।’