समरनीति न्यूज, लखनऊः बीते वर्ष 19 दिसंबर को राजधानी लखनऊ में नागरिकता कानून यानि सीएए के विरोध की आड़ में हुई हिंसा के आरोपी कांग्रेस नेता शाहनवाज आलम और अनस रहमान को जमानत मिल गई है। मंगलवार को इन दोनों कांग्रेसी नेताओं को लखनऊ सत्र न्यायालय से जमानत मिली है। बताते चलें कि बीती 19 दिसंबर 2019 को हजरतगंज पुलिस ने सीएए के विरोध में हुई हिंसा के मामले में शाहनवाज को गिरफ्तार किया था। वहीं अनस को 12 जुलाई 2019 को गिरफ्तार किया गया था। अनस कांग्रेस की छात्र इकाई का उपाध्यक्ष है। वहीं शाहनवाज आलम यूपी कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का अध्यक्ष है। बीती 29 जून को पुलिस ने उसे पकड़ा था। इसी मामले में दोनों को जेल भेज गया था।
19 दिसंबर को हुई हिंसा के बाद हुए थे गिरफ्तार
बताते चलें कि 19 दिसंबर 2019 को सीएए के विरोध में राजधानी लखनऊ के परिवर्तन चौक में भयावह रूप से आगजनी हुई थी। कई वाहनों को चला दिया गया था। पुलिस चौकी फूंक दी गई थी। आगजनी में भारी नुकसान हुआ था। यह मामला इसलिए भी चर्चा में रहा है क्योंकि पुलिस ने आरोपियों की होर्डिंग्स-पोस्टर भी चस्पा कराए थे। इसे लेकर काफी हो-हल्ला मचा था। पुलिस ने इसी हिंसा में एक दूसरे कांग्रेसी नेता सदफ जफर को भी गिरफ्तार किया था जो पहले ही जमानत पर छूट चुका है। जानकारों की माने तो शाहनवाज आलम प्रियंका गांधी के काफी करीबी समझा जाता है। कुछ महीने पहले उसे अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का चेयरमैन बनाया गया। वह प्रियंका की कोर टीम का हिस्सा माना जाता है।
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